Russia Ukraine Crisis: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने रक्षा प्रमुखों को देश की न्यूक्लियर डेटरेंट फोर्स को हाईअलर्ट पर रखने का आदेश दिया है। उन्होंने पश्चिमी देशों पर आरोप लगाया है कि वो रूस के साथ ‘अनफ्रेंडली’ कदम उठा सकते हैं।

वहीं यूक्रेन ने दावा किया है उसने रूस की सेना से वापस अपने महत्वपूर्ण शहर खार्किव को ले लिया है। वहां यूक्रेनी सेना का पूर्ण नियंत्रण हो गया है। वहीं रूस के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए यूक्रेन के लोग विदेशों से अपने घरों को लौट रहे हैं, ताकि वो अपने देश की सेना का मदद कर सकें। इसेस पहले यूक्रेन ने दावा किया था कि रूस ने अबतक की लड़ाई में 4300 लोगों को खो दिया है। साथ ही दर्जनों टैंक, हेलीकॉप्टर भी रूस के नष्ट हो गए हैं। हालांकि इन आंकड़ों को लेकर अभी रूस की तरफ से कोई जानकारी सामने नहीं आई है।

वहीं यूक्रेन को बमबारी और अपने हमलों से लगातार चार दिनों तक दहलाने के बाद रूस अब वार्ता के लिए तैयार हो गया है। रूसी मीडिया के हवाले से कुछ खबरों में बताया गया कि पुतिन बेलारूस में यूक्रेन से बातचीत को रेडी हैं। उन्होंने इसके लिए एक प्रतिनिधिमंडल भी भेजा है। हालांकि, यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि वह बातचीत को राजी हैं, पर बेलारूस में नहीं। इससे पहले, रविवार को यूक्रेन के अफसर के हवाले से समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि रूसी सेना वहां के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में दाखिल हुई, जबकि सड़कों पर घमासान जारी है।

संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने यूक्रेन में चल रही लड़ाई में कम से कम 240 आम नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की है जिनमें से कम से कम 64 लोगों की मौत बृहस्पतिवार को हुई। हालांकि, उसका मानना है कि ‘‘वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक है’’ क्योंकि मारे गए लोगों की कई खबरों की अभी पुष्टि नहीं हुई है। यूएन के मानवीय मामलों के समन्वय के लिए बने कार्यालय (ओसीएचए) ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय से शनिवार देर रात आंकड़ा जारी किया। यह कार्यालय किसी संघर्ष में मारे गए लोगों की पुष्टि के लिए सख्त सत्यापन प्रक्रियाओं का पालन करता है।

ओसीएचए ने यह भी कहा कि असैन्य ढांचों को नुकसान पहुंचने से हजारों लोग बिजली या पानी की सुविधाओं से वंचित हो गए हैं और इससे यूक्रेन में खासतौर से उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में मानवीय संकट की स्थिति पैदा हो गयी है। इससे पहले, यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि रूस की सेना ने देश के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में एक गैस पाइपलाइन बम धमाके से उड़ा दी। ‘स्टेट सर्विस ऑफ स्पेशल कम्युनिकेशन एंड इंफॉर्मेशन प्रोटेक्शन’ ने आगाह किया कि इस विस्फोट से ‘‘पर्यावरणीय आपदा’’ आ सकती है और उन्होंने निवासियों को सलाह दी कि वे अपनी खिड़कियों को गीले कपड़ों से ढक दें और काफी तरल पदार्थ पीएं।

उसने बताया कि यह विस्फोट मशरूम के बादल की तरह लग रहा था। यूक्रेन की शीर्ष अभियोजक इरिना वेनेदिकतोवा ने कहा कि रूसी सेना खारकीव पर कब्जा नहीं कर पाई है और वहां भीषण लड़ाई चल रही है। करीब 15 लाख लोगों की आबादी वाला यह शहर रूसी सीमा से 40 किलोमीटर की दूरी पर है। हालांकि, इस बीच यूक्रेन का दावा है कि उसने एक रूसी टुकड़ी को तबाह कर दिया है। बता दें कि रूस और यूक्रेन की जंग का आज (27 फरवरी, 2022) चौथा दिन है। यूक्रेन की राजधानी में दोनों मुल्कों के बीच संघर्ष फिलहाल तेज ही है। कीव के करीब तक रूसी सैनिकों की आमद और बाहरी इलाके में झड़पों के बीच वहां के निवासियों ने शनिवार को बेसमेंट्स, सबवे और बंकर में एक और रात बिताने की तैयारी कर ली।

वहीं, दूसरी ओर यूक्रेन के नेता ने दावा किया कि देश की सेनाओं ने रूसी हमलों का मुकाबला किया है और संघर्ष जारी रखने की शपथ ली है और दुनिया के देशों से और अधिक मदद देने की अपील की। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने वहां से निकल जाने के अमेरिकी प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया। साथ ही जोर दिया कि वह राजधानी में ही रुकेंगे। एक वीडियो संदेश में जेलेंस्की ने रूस पर अवसंरचनाओं और नागरिकों को निशाने बनाने का आरोप लगाया और कहा, ‘‘यहां जंग जारी है और हम जीतेंगे।’’

हालांकि, कीव के मध्य क्षेत्र में शनिवार को शांति रही। हालांकि छिटपुट गोलियों की आवाज सुनी गई। दो दिनों के घमासान के बाद हुई झड़पों में सैकड़ों लोग हताहत हुए हैं और पुलों, विद्यालयों और अपार्टमेंट की इमारतों को भारी नुकसान हुआ है। अमेरिकी अधिकारियों का मानना ​​​​है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन की सरकार को उखाड़ फेंकने और इसे अपने शासन के अधीन करने को दृढ़ हैं।

Live Updates

रूसी हमले के बीच संकट में यूक्रेन में अब कैसे हैं हालात? यहां जानें पल पल के LIVE Updates:

08:59 (IST) 26 Feb 2022
यूक्रेन में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए आई यह एडवाइजरी

भारतीय नागरिकों के लिए एक एडवाजरी में कीव (यूक्रेन) में भारतीय दूतावास की ओर से कहा गया है- सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे बॉर्डर पोस्ट पर भारत सरकार के अधिकारियों के साथ पूर्व समन्वय के बिना किसी भी बॉर्डर पोस्ट पर न जाएं।

08:35 (IST) 26 Feb 2022
रूस ने हमले रोकने की मांग करने वाले संरा के प्रस्ताव पर वीटो किया

रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के उस प्रस्ताव पर वीटो कर दिया है जिसमें मॉस्को से यूक्रेन पर हमला रोकने और सभी सैनिकों को वापस बुलाने की मांग की गई। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शुक्रवार को इस प्रस्ताव के पक्ष में 11 और विपक्ष में एक मत पड़ा। चीन, भारत और संयुक्त अरब अमीरात मतदान से दूर रहे।

अमेरिका और सहयोगी देश जानते थे कि यह प्रस्ताव पारित नहीं होगा लेकिन उन्होंने दलील दी कि इससे रूस अंतरराष्ट्रीय रूप से अलग-थलग पड़ेगा। इस प्रस्ताव के विफल होने से समर्थकों के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा में ऐसे ही प्रस्ताव पर जल्द मतदान कराने की मांग का रास्ता साफ हो गया है। बता दें कि 193 सदस्यीय महासभा में वीटो का प्रावधान नहीं है। अभी यह तय नहीं है कि कब मतदान होगा।

बता दें कि रूसी सैनिकों ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर शुक्रवार को हमला कर दिया। सरकारी इमारतों के निकट गोलीबारी और विस्फोटों की आवाजें गूंज रही थी। रूस की इस कार्रवाई से यूरोप में व्यापक युद्ध की आशंकाएं पैदा हो गई है और साथ ही उसे रोकने के लिए दुनियाभर में प्रयास भी शुरू हो गए हैं। युद्ध से सैकड़ों लोगों के हताहत होने की सूचनाओं के बीच कीव में इमारतों, पुलों और स्कूलों के सामने भी गोलीबारी और विस्फोटों की घटनाएं हुई हैं। इस बात के भी संकेत बढ़ रहे थे कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन की सरकार को उखाड़ फेंकने की कोशिश कर रहे हैं।

पश्चिमी देशों के नेताओं ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई और यूक्रेन के राष्ट्रपति ने ऐसे हमलों को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद की गुहार लगाई है क्योंकि उन्हें आशंका है कि रूस लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई उनकी सरकार को बेदखल कर सकता है। यूक्रेन में बड़े पैमाने पर लोग हताहत हो सकते हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकता है। रूस के आक्रमण का दूसरा दिन यूक्रेन की राजधानी पर केंद्रित था, जहां ‘एसोसिएटेड प्रेस’ के पत्रकारों ने तड़के से पहले विस्फोट की आवाजें सुनीं और कई क्षेत्रों से गोलियां चलने की सूचना भी है।