यूक्रेन में रूसी सेना की तरफ से जबरदस्त बमबारी जारी है। जिसके कारण उसके कई शहर तबाह हो चुके हैं। यूक्रेन के आरोप के मुताबिक सुमी शहर पर रूस ने 500 किलो का बम गिराया है। जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई है। इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को रूस के गैस, तेल और ऊर्जा के सभी आयातों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को पड़ोसी देशों से निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत सुशिवा से दो विशेष नागरिक विमानों के जरिए 410 भारतीयों को एयरलिफ्ट किया गया है। 22 फरवरी को विशेष उड़ानों की शुरुआत के बाद से अब तक 18 हजार भारतीयों को देश वापस लाया जा चुका है।
भारत सरकार ने जानकारी दी है कि सुमी में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने का सिलसिला अब शुरू हो गया है। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने मंगलवार को बताया कि सुमी में फंसे हुए छात्रों को वहां से निकालकर दूसरी जगह ले जाया जा रहा है।
वहीं युद्ध के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि मैं कहीं गया नहीं हूं कीव में ही हूं। उन्होंने वीडियो संदेश में कहा है कि हम युद्ध जीतने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। दरअसल रूसी मीडिया की तरफ से दावा किया जा रहा था कि जेलेंस्की यूक्रेन छोड़कर भाग गये हैं। ऐसे में अब उन्होंने अपना एक वीडियो जारी कर कहा कि मैं कहीं छुपा नहीं हूं और कीव के बोनकोवा में हूं।
बेलारूस में रूस और यूक्रेन के बीच हुई तीसरे दौर की वार्ता में कोई अहम परिणाम नहीं निकल सका। यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य मायखाइलो पोडोलीक ने कहा कि इस बातचीत में यूक्रेन में मानवीय गलियारों के लॉजिस्टिक्स में सुधार को लेकर थोड़ी बहुत प्रगति हुई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के कार्यालय प्रमुख के सलाहकार पोडोलीक ने कहा कि युद्धविराम और सुरक्षा गारंटी के साथ समझौते के मुख्य राजनीतिक ब्लॉक पर गहन परामर्श जारी है।
उत्तर पूर्वी यूक्रेन में सोमवार को सूमी स्टेट यूनिवर्सिटी में लगभग 600 भारतीय छात्रों को निकालने पर अंतिम समय पर रोक लगा दी गई थी। इसको लेकर भारतीय दूतावास ने कथित तौर पर कॉलेज को जानकारी दी थी कि रोमानिया सीमा पर सुरक्षा कारणों से यात्रा शुरू करना सुरक्षित नहीं होगा।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने यूएनएससी बैठक में कहा, “भारतीयों के लिए निकासी अभियान में स्वदेश लाने के लिए 80 से अधिक निकासी उड़ानें भरी जा चुकी हैं। इस दौरान भारतीयों की सुविधा में यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों के अधिकारियों द्वारा प्रदान की गई सहायता की हम प्रशंसा करते हैं।”
इसके अलावा भारत की तरफ से भी यूक्रेन को मानवीय सहायता भेजी जा रही है। सोमवार को यूएनएससी की बैठक में भारत के प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने बताया कि भारत पहले ही यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों को मानवीय सहायता भेज चुका है। इनमें दवाएं, टेंट, पानी के भंडारण टैंक, अन्य राहत सामग्री शामिल हैं। हम अन्य आवश्यकताओं की पहचान करने और उन्हें भेजने की प्रक्रिया में हैं।
तिरुमूर्ति ने कहा कि हमने भारतीयों सहित सभी नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग की अपनी अति-आवश्यक मांग को दोहराया है। हम इस बात से बहुत चिंतित हैं कि दोनों पक्षों से बार-बार आग्रह करने के बावजूद सुमी में हमारे छात्रों के लिए एक सुरक्षित मार्ग नहीं बन पाया।
Russia Ukraine Crisis Live Updates: यूक्रेन के सुमी से भारतीय छात्रों को निकालने के लिए एक टीम पोल्तावा शहर में डेरा डाले हुए है ताकि पोल्तावा के रास्ते पश्चिमी सीमा पहुंचा जा सके।
यूक्रेन के पूर्व राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच ने वर्तमान राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से अपील की है कि “किसी भी कीमत पर यूक्रेन में हो रहे रक्तपात को रोकें। उन्होंने शांति समझौते की बात कही है।
यूक्रेन में रूसी सेना के हमले लगातार जारी हैं। वहीं सुमी में हुए रूसी हमले में दो बच्चों सहित 9 लोगों की जान चली गई है। जिनके शव बचावकर्मियों ने घरों के मलबे से निकाले।
रूसी मिसाइलों ने कीव के पास एक शहर ज़ाइटॉमिर में एक स्कूल को नष्ट कर दिया है। हालांकि सभी शिक्षण संस्थान बंद होने की वजह से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। बता दें कि रूसी सेना ने अब तक 202 स्कूलों, 34 अस्पतालों और 1,500 से अधिक आवासीय नुकसान पहुंचाया है। हालात ऐसे हैं कि 900 बस्तियां बिना बिजली-पानी के हैं।
रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच हमले में दूसरे परमाणु संयंत्र को भारी नुकसान हुआ है। फिलहाल अभी तक रेडिएशन के लीक होने की खबर नहीं है। हालांकि इसका खतरा बन हुआ है।
युद्ध के हालात के बीच यूक्रेन के लिवीव शहर में कई सार्वजनिक स्थानों से लेकर फिल्म थियेटरों को हथियारों की ट्रेनिंग के लिए सेंटर्स में तब्दील किया गया है। जहां यूक्रेन के नागरिक युद्ध के लिए प्रशिक्षण ले रहे हैं।
रूस का दावा है कि लुहान्स्क और डोनेट्स्क क्षेत्रों से 1,73,773 लोगों की निकासी की। इसमें 44,187 बच्चे शामिल थे।
रूस ने हाल ही में डोनेट्स्क क्षेत्र को पीपुल्स रिपब्लिक के रूप में मान्यता दी थी। अब डोनेट्स्क की तरफ से दावा किया गया है कि यूक्रेनी सैनिकों ने इस क्षेत्र में गोलाबारी शुरू कर दी है। डोनेट्स्क के अनुसार, यूक्रेनी सैनिकों ने चार 120-मिलीमीटर प्रोजेक्टाइल दागे हैं।
UNSC की बैठक में रूस ने बताया कि 1,68,000 से अधिक लोगों को स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन के क्षेत्र से सुरक्षित तरीके से रूस पहुंचाया गया है और पिछले 24 घंटों में 5,550 लोग बॉर्डर पार कर चुके हैं।
रूस ने यूक्रेन के चार बड़े शहरों में आज भी सीजफायर का ऐलान किया है। इनमें कीव, सूमी, चेर्निहीव और मारियूपोल में युद्ध विराम होगा। ऐसे में यहां फंसे लोगों को बाहर निकालने में मदद मिल सकेगी।
दो सबसे बड़ी ऑस्ट्रेलियाई तेल कंपनियों एम्पोल और विवा एनर्जी ने यूक्रेन पर आक्रमण के कारण रूसी कच्चे तेल को खरीदने से इनकार कर दिया है।
रूसी हमले का बहादुरी से सामना करने को लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की को चेक राष्ट्रपति मिलोस ज़मैन सर्वोच्च राजकीय सम्मान से सम्मानित करेंगे।
एक तरफ रूस यूक्रेन पर हमले तेज करता जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ उसे कई देशों की तरफ से प्रतिबंधों को झेलना पड़ रहा है। बता दें कि अब जापान ने रूस को तेल रिफाइनिंग उपकरण के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है।
जेलेंस्की का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें वो कह रहे हैं कि मैं कहीं गया नहीं हूं और कीव में ही हूं। हम युद्ध जीतने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा मैं कहीं छुपा नहीं हूं और कीव के बोनकोवा में हूं। दरअसल रूसी मीडिया की तरफ से दावा किया जा रहा था कि जेलेंस्की यूक्रेन छोड़कर भाग गये हैं।
अब तक यूक्रेन से हिमाचल प्रदेश में 418 छात्र वापस आ चुके हैं, 58 छात्र आने अभी बाकी हैं। सूचना के मुताबिक सभी छात्र सुरक्षित हैं, इनमें से कुछ छात्र यूक्रेन में हैं और कुछ आसपास के देशों में हैं।
रूस ने कहा कि स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन के क्षेत्र से 1,68,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित रूप से रूस पहुंचाया गया है और पिछले 24 घंटों में 5,550 लोग बॉर्डर पार कर चुके हैं। हम यूक्रेन से आने वाले नागरिकों के लिए अस्थायी आवास स्थल भी स्थापित कर रहे हैं।
रूस ने जारी की गैर हितैषी देशों की सूची
रूस की सरकार ने विभिन्न देशों और क्षेत्रों की एक सूची जारी की है जो रूस के प्रति हितैषी नहीं हैं। इन देशों ने यूक्रेन पर हमला शुरू करने के बाद रूस पर कई प्रतिबंध लगाए हैं। इनमें अमेरिका, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, यूरोपीय संघ के देश, यूक्रेन, स्विट्जरलैंड, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सिंगापुर और ताइवान आदि देश शामिल हैं।
17 लाख से अधिक यूक्रेनी मध्य यूरोप में दाखिल हुए
संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) ने बताया कि रूस के हमले के बाद से अब तक 17 लाख से अधिक यूक्रेनी देश छोड़ कर मध्य यूरोप पहुंचे हैं। मध्य यूरोप में सबसे ज्यादा यूक्रेनी पोलैंड पहुंचे हैं। एजेंसी ने बताया कि अब कर 17 लाख 35 हजार 68 नागरिक सीमा पार कर मध्य यूरोप पहुंच चुके हैं। इनमें से अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं।
रूस पर बनाते रहेंगे दबाव
व्हाइट हाउस ने फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज, यूके के पीएम बोरिस जॉनसन के साथ हुई अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की बातचीत को लेकर एक बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि इन सभी नेताओं ने यूक्रेन पर अकारण और अनुचित ढंग से आक्रमण के लिए रूस पर लगातार दबाव बढ़ाना जारी रखने के प्रति अपना दृढ़ संकल्प जताया है।
हवाई हमलों से दो तेल डिपो में लगी आग
कीव इंडिपेंडेंट ने आपातकालीन सेवा के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा है कि लक्ष्य बनाकर किए गए हवाई हमलों में जाइटॉमिर ओब्लास्ट में दो तेल डिपो में आग लग गई है। यह तेल डिपो जाइटॉमिर और चेर्निहीव में हैं। हालांकि, आग बुझा दी गई है। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
यूक्रेन ने रूस के दो विमान मार गिराए
कीव इंडिपेंडेंट ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि यूक्रेन की वायुसेना ने कीव के ऊपर रूसी विमान को मार गिराया है। इसके तुरंत बाद रात 9:10 बजे शहर के बाहरी इलाके में हुए हवाई संघर्ष में एक और रूसी विमान नष्ट हो गया। कीव इंडिपेंडेंट ने यूक्रेन के सशस्त्र बलों के कमांडर वेलेरी जालुजनी के हवाले से यह जानकारी दी है।
ट्रूडो ने कहा, “हम लोकतंत्र की रक्षा करना जारी रखेंगे और यह सुनिश्चित करना जारी रखेंगे कि पुतिन को जवाबदेह ठहराया जाए। आज कनाडा इस अन्यायपूर्ण आक्रमण में शामिल 10 व्यक्तियों पर नए प्रतिबंधों की घोषणा कर रहा है।”
बोरिस जॉनसन ने कहा कि आज मैं यूक्रेन को मानवीय सहायता में 175 मिलियन पाउंड और देने की घोषणा कर रहा हूं। 12 दिनों के बाद यह स्पष्ट है कि पुतिन ने गलत अनुमान लगाया है। उन्होंने यूक्रेनियन और उनके वीर प्रतिरोध को कम करके आंका है।
रूस के साथ तीसरे दौर की वार्ता के लिए यूक्रेन का प्रतिनिधिमंडल बेलारूस-पोलैंड सीमा पर पहुंचा।
कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने कहा कि आज 3 बच्चियां खार्कीव से वापस आई हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि अभी जो भारतीय बच्चे वहां फंसे हैं वो सुरक्षित अपने घर पहुंच जाए। अभी करीब 700 बच्चे सुमी में फंसे हुए हैं मैं प्रार्थना करता हूं कि उन्हें भी जल्दी निकाला जाए। सरकार लगातार प्रयास कर रही है।
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा, “विन्नित्सा एयरपोर्ट पर अटैक हुआ था जिसके कारण जाम लगा था। काफी मशक्कत के बाद हमारी यूक्रेन एंबेसी ने उन्हें वहां से निकाला। करीब 4:30 बजे वो एयरपोर्ट पहुंचे थे। उनकी हालत अभी ठीक है, उन्हें रिसर्च और रेफरल अस्पताल में भेजा गया है, जहां पर उनका इलाज होगा।”
हरजोत सिंह के पिता केसर सिंह ने कहा, “हमें सुबह पता चला कि मेरे बेटे को पोलैंड से एयर एंबुलेंस से हिंडन हवाई अड्डे पर लाया जा रहा है। मैं प्रधानमंत्री का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने हमारे बेटे को वहां से निकाला। मेरी अपने बेटे से अभी बात नहीं हुई है।”
भारत के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बताया कि ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन के पड़ोसी देशों से 7 विशेष विमान द्वारा आज 1,314 भारतीयों को एयरलिफ्ट किया गया है। अब तक 17,400 से अधिक भारतीयों को वापस लाया जा चुका है।
यूक्रेन ने सोमवार को आईसीजे में रूस के आक्रमण को लेकर जारी सुनवाई के बीच दावा किया कि 20 लाख लोगों ने इस जंग के कारण यूक्रेन छोड़ दिया है। यूक्रेन ने कहा कि मौजूदा संकट जारी रहने पर लगभग 4 मिलियन लोगों के पलायन की आशंका है।
पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से फोन पर बात की है। एएनआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि फोन पर करीब 50 मिनट तक दोनों ने बात की। दोनों ने यूक्रेन की स्थिति पर चर्चा की। वहीं राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेनी और रूसी टीमों के बीच वार्ता के बारे में पीएम मोदी को जानकारी दी।
पीएम ने राष्ट्रपति पुतिन से आग्रह किया कि वे अपनी टीमों के बीच चल रही बातचीत के अलावा यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ सीधी बात करें। पीएम मोदी ने सूमी सहित यूक्रेन के कुछ हिस्सों में संघर्ष विराम और मानवीय गलियारों की स्थापना की घोषणा की सराहना की है। पुतिन ने पीएम मोदी को छात्रों की सुरक्षित निकासी में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है।
रूसी सरकारी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन के साथ तीसरे दौर की वार्ता के लिए एक रूसी प्रतिनिधिमंडल बेलारूस के लिए रवाना हो गया है। दोनों देशों के बीच दो दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन कोई ठोस नतीजा अभी तक नहीं निकला है।
भारत अपने नागरिकों को रोमानिया, पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया और मोल्दोवा के रास्ते वापस ला रहा है। ये भारतीय नागरिक यूक्रेन की जमीनी सीमा बिंदुओं को पार करके इन देशों में पहुंचे हैं। पहली उड़ान 26 फरवरी को फंसे भारतीयों को बुखारेस्ट से लेकर वापस आई थी। रूस द्वारा सैन्य अभियान शुरू किये जाने के बाद यूक्रेन ने नागरिक विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था। अधिकारियों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 13 उड़ानों में करीब 2,500 भारतीयों को निकाला गया। उन्होंने कहा कि हंगरी, रोमानिया और पोलैंड से फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए अगले 24 घंटों में सात उड़ानें निर्धारित हैं। बुडापेस्ट से पांच उड़ानें होंगी, पोलैंड में रेज़ज़ो और रोमानिया में सुचेवा से एक-एक उड़ान संचालित की जाएगी। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ऑपरेशन गंगा के तहत, अब तक 76 उड़ानें 15,920 से अधिक भारतीयों को भारत वापस ला चुकी हैं। इन 76 उड़ानों में से 13 उड़ानें पिछले 24 घंटों में भारत लौटी हैं।’’ हंगरी में भारतीय दूतावास ने ट्विटर पर एक “महत्वपूर्ण घोषणा” पोस्ट की, जिसमें भारतीय छात्रों से कहा गया है कि वे भारत लौटने के लिए निर्दिष्ट संपर्क बिंदुओं पर रिपोर्ट करें। हंगरी में स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, ‘‘महत्वपूर्ण सूचना: भारतीय दूतावास ऑपरेशन गंगा के तहत अंतिम चरण की निकासी उड़ानों की आज शुरुआत कर रहा है। जो भी छात्र (दूतावास के अलावा) खुद से किये गए प्रबंध में रह रहे हैं, उन्हें बुडापेस्ट स्थित यूटी 90 रकोजी हंगरी सेंटर में सुबह 10 बजे से 12 बजे तक पहुंचने का अनुरोध किया जाता है।’’
