रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को यूक्रेन (Russia-Ukraine Crisis) में सैन्य अभियान की घोषणा कर दी, जिसके बाद यूक्रेन के कई शहरों में मिसाइलें दागी गई हैं। यूक्रेन के विदेश मंत्री ने रूस द्वारा किए गए हमले के बीच, विश्व से मदद की गुहार लगाते हुए कहा है कि दुनिया को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। दूसरी तरफ, रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि रूसी सेना ने यूक्रेन में 70 से अधिक सैन्य ठिकानों को नष्ट कर दिया है, जिसमें कई हवाई क्षेत्र भी शामिल हैं। रशियन एकेडमी ऑफ साइंसेज, मास्को में सीनियर रिसर्च फेलो एलेक्सी कुप्रियनोव ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि हमारे लिए यूक्रेन वैसा ही है जैसे भारत के लिए पाकिस्तान है।
पुतिन के भाषण से ऐसा लगा कि वह यूक्रेन को रूस में मिलाना चाहते हैं। क्या वह ऐसा कुछ करेंगे? इस पर एलेक्सी कुप्रियनोव ने कहा कि नहीं, उन्होंने यूक्रेन के एकीकरण के बारे में नहीं कहा। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि वह रूस में यूक्रेन को शामिल करना चाहते हैं क्योंकि हमारे लिए वास्तव में, इसके एक राजनीतिक समाधान की आवश्यकता है।”
कुप्रियनोव ने कहा, “लेकिन हमारे लिए यूक्रेन वैसा ही है जैसे भारत के लिए पाकिस्तान है। और इसलिए हम अपने शांतिपूर्ण पाकिस्तान के लिए लड़ने जा रहे हैं।” उन्होंने कहा, “हमारे लिए एक बड़ा खतरा है कि फिनलैंड और स्वीडन नाटो के करीब आ जाएंगे। लेकिन शायद यह सिर्फ मेरी राय है, यूक्रेन की समस्या बहुत अधिक दर्दनाक है और फिनलैंड और स्वीडन की नाटो में भागीदारी की समस्या से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।”
हमले में यूक्रेन को भारी नुकसान, रूस का दावा
रूसी रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, रूसी हमलों के कारण यूक्रेन के सैन्य बुनियादी ढांचे की 74 जमीनी सुविधाओं को नष्ट कर दिया गया जिसमें वायु सेना के 11 हवाई क्षेत्र, तीन कमांड पोस्ट, एक नौसैनिक अड्डा और M1 वायु रक्षा प्रणालियों के 18 रडार स्टेशन शामिल थे।
सैन्य कार्रवाई की वजह से यूक्रेन में मार्शल लॉ लगा दिया है जिसकी वजह से लोगों को एक जगह से दूसरे जगह पर जाना मुश्किल हो रहा है। यूक्रेन में काफी संख्या में अभी भी भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं। फंसे हुए नागरिकों को लेकर यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने नई एडवाइजरी जारी की है। अब से कुछ देर में पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति से बात करने वाले हैं।