रूस-यूक्रेन युद्ध को छह महीने बीत चुके हैं लेकिन युद्ध अभी भी जारी है। वहीं एक रिपोर्ट के अनुसार युद्ध के बीच रूस के पास गोला-बारूद खत्म हो गया है। इसलिए रूस के राष्ट्रपति व्लादमिर पुतिन ने उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से मदद मांगी है। बता दें कि युद्ध के कारण दुनिया के कई बड़े देशों ने रूस पर कई प्रकार के प्रतिबन्ध लगाएं हैं।
अमेरिकी मीडिया हाउस द न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा रिपोर्ट की गई अमेरिकी खुफिया ब्रीफिंग के अनुसार वैश्विक प्रतिबंधों के कारण भारी कमी के बीच रूस को उत्तर कोरिया से गोला-बारूद खरीदने के लिए मजबूर कर दिया है। द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार हाल ही में अवर्गीकृत ब्रीफिंग में कहा गया है कि इस सौदे में लाखों तोपखाने के गोले और रॉकेट शामिल हैं। लेकिन कब या वास्तव में क्या खरीदा गया है, इसके बारे में कुछ ही विवरण प्रदान किया गया है।
एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर मीडिया हाउस एसोसिएटेड प्रेस (AP) को बताया, “यह कदम एक संकेत है कि रूसी सेना यूक्रेन में गोला-बारूदों की गंभीर आपूर्ति की कमी से जूझ रही है। इसका कारण कुछ हद तक निर्यात नियंत्रण और प्रतिबंध है।” ब्लूमबर्ग द्वारा देखी गई रूसी सरकार की एक गोपनीय रिपोर्ट के अनुसार अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध रूसी अर्थव्यवस्था को कहीं अधिक नुकसान पहुंचा रहे हैं, जितनी रूस को भी उम्मीद नहीं थी।
मंगलवार को जारी ब्रिटेन के रक्षा खुफिया मंत्रालय के एक ज्ञापन में कहा गया है कि रूस भी यूएवी के स्टॉक को बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहा है जिसमे मानव रहित हवाई वाहन, या ड्रोन शामिल है। प्रतिबंधों से स्थिति और खराब होने की संभावना है। द वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार अगस्त में रूस ने ईरानी निर्मित ड्रोन की डिलीवरी ली, लेकिन यह जल्दी खराब हो गई।
रूसी मीडिया ने अगस्त में दावा किया था कि उत्तर कोरिया यूक्रेन में मदद करने के लिए 100,000 सैनिक प्रदान करने के लिए तैयार था। पूरे युद्ध के दौरान यूक्रेन को आम तौर पर रूस द्वारा बड़े अंतर से पीछे किया गया है। यूक्रेन को भी गोला-बारूद और हथियारों की कमी हुई है।