America-Russia: एक समय था जब अमेरिका और रूस के बीच शीतयुद्ध छिड़ा हुआ था। वर्तमान में भी वह कहीं ना कहीं जारी ही है। अमेरिका ने हाल ही में ऐसा दावा किया है कि जिससे सभी हैरान हैं। अमेरिका की खुफिया रिपोर्ट में कहा गया कि रूस की सेना स्पेस में न्यूक्लियर-एंटी सैटेलाइट सिस्टम तैनात करना चाहती है। रिपोर्ट में ऐसा भी दावा किया गया कि रूस अब स्पेस में युद्ध की तैयारी कर रहा है।
मामले की जानकारी रखने वाले विशेषज्ञों ने कहा कि अभी तक रूस ने अंतरिक्ष में किसी भी तरह के हथियारों की तैनाती नहीं की है। हालांकि, वह इस पर विचार कर रहा है। हालांकि, अमेरिकी एजेंसियों का कहना है कि ये अमेरिका के लिए कोई बहुत बड़ा खतरा तो नहीं है लेकिन इसकी जानकारी आम नागरिकों को भी होनी चाहिए।
अमेरिका ने बुलाई मींटिग
अभी तक रूस इस तकनीक पर काम ही कर रहा है। इसी बीच, अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलविन ने एक जरुरी बैठक बुलाई है। इसी मामले पर एक सांसद ने राष्ट्रपति बाइडेन से मांग की है कि रूसी मिशन से जुड़ी सारी जानकारी जनता के साथ शेयर की जानी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इससे यह अंदाजा हो जाएगा कि किस तरह का खतरा आम नागरिकों को हो सकता है।
एंटी-सैटेलाइट हथियार क्या है
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि अगर कोई भी अमेरिका की परमाणु शक्ति को चैंलेंज करेगा तो सख्त रूख अपनाने में कोई कमी नहीं की जाएगी। बता दें बीते कई दिनों से इस तरह की जानकारी सामने आ रहीं हैं कि कुछ देश इस तरह के न्यूक्लियर-एंटी सैटेलाइट सिस्टम बना रहे हैं ताकि स्पेस में जाकर दुश्मन देश की सभी नेविगेशन सैटेलाइट को समाप्त कर दिया जा सके। ऐसे मिसाइल या रॉकेट जो तेज स्पीड से जाकर अंतरिक्ष में धरती के चारों तरफ चक्कर लगा रहे दुश्मन देश के सैटेलाइट को मार गिराए। इसी तरह की मिसाइल को एंटी-सैटेलाइट हथियार (ASATs) कहा जाता है। सबसे बड़ी बात यह है कि इसकी शुरुआत भी कोल्ड वॉर के समय में ही की गई थी।