Russia-Ukraine War: रूस ने रविवार को यूक्रेन की राजधानी कीव पर ड्रोन और मिसाइल से हमले किए। रूस के इस हमले में दो लोगों की मौत हो गई और कैबिनेट मिनिस्टर बिल्डिंग से धुआं उठने लगा।

एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि धुआं सीधे हमले के कारण उत्पन्न हुआ था, जो रूस के हवाई अभियान में एक बड़ी वृद्धि का संकेत होगा।

यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि हमले में दो लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए। कीव नगर प्रशासन के प्रमुख तैमूर तकाचेंको ने बताया कि मृतकों में एक साल का बच्चा भी शामिल है, जिसका शव बचावकर्मियों ने मलबे से निकाला है।

रूस अब तक शहर के केंद्र में स्थित सरकारी इमारतों को निशाना बनाने से बचता रहा है। यह इमारत यूक्रेन के मंत्रिमंडल का मुख्यालय है, जहाँ उसके मंत्रियों के कार्यालय स्थित हैं।

मेयर विटालि क्लिट्स्को के अनुसार, रूसी ड्रोन का मलबा कीव के स्वियातोशिन्स्की और डार्नित्स्की जिलों में चार मंजिला आवासीय भवनों पर गिरा। रविवार का हमला पिछले दो सप्ताह में कीव को निशाना बनाकर किया गया दूसरा बड़ा रूसी ड्रोन और मिसाइल हमला है, क्योंकि रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता की उम्मीदें धूमिल हो रही हैं।

मार्कोवे पर कब्जा- रूस का दावा

इससे पहले रूसी सरकारी एजेंसी TASS ने रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया कि डोनेट्स्क के मार्कोवे कस्बे पर पूरी तरह से रूसी सैनिकों का कब्जा हो चुका है। यह इलाका लंबे समय से दोनों देशों की सेनाओं के बीच संघर्ष का केंद्र रहा है।

रूस की रिफाइनरी पर ड्रोन हमला- कीव

इधर यूक्रेन की ड्रोन यूनिट के प्रमुख रॉबर्ट ब्रॉवदी ने दावा किया कि उनकी टीम ने रियाजान ऑयल रिफाइनरी और लुहान्स्क के ऑयल डिपो पर सफल हमले किए। रूस के गवर्नर पावेल मालकोव ने कहा कि उनकी एयर डिफेंस ने आठ ड्रोन मार गिराए, लेकिन कुछ मलबा औद्योगिक इलाके में गिरा। अच्छी बात यह रही कि इसमें किसी की जान नहीं गई।

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सबसे कठिन साबित हुआ यूक्रेन युद्ध- ट्रंप

व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में अमेरिकी कांग्रेस के साथ डिनर के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्वीकार किया कि वह रूस-यूक्रेन संघर्ष खत्म करने में नाकाम रहे। उन्होंने कहा कि सिर्फ सात महीनों में हमने सात युद्ध रोके, लेकिन रूस और यूक्रेन की जंग, जिसे मैंने सबसे आसान समझा था, वही सबसे कठिन साबित हुई। राष्ट्रपति पुतिन के साथ मेरे रिश्ते भी काम नहीं आए।

पुतिन की धमकी और जेलेंस्की की तैयारी

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने घोषणा की है कि सुरक्षा गारंटी के तहत हजारों विदेशी सैनिक उनके देश में तैनात हो सकते हैं। यह पहल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की अगुवाई में बने “कोएलिशन ऑफ द विलिंग” से जुड़ी है। इस पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दो टूक कहा कि अगर विदेशी सैनिक यूक्रेन की जमीन पर आए तो वे “वैध निशाने” होंगे। पुतिन ने हालांकि यह भी जोड़ा कि अगर लंबी अवधि की शांति समझौता हो जाता है, तो ऐसी तैनाती की जरूरत नहीं होगी।

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