दुनियाभर के कई देशों की तरह रूस भी बढ़ती उम्रदराज जनसंख्या से जूझ रहा है। बुजुर्गों की बढ़ती जनसंख्या और घटती जन्म दर के बीच रूसी सांसदों ने इससे निपटने के लिए निःसंतानता पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया है। मॉस्को की जनसंख्या में गिरावट यूक्रेन पर उसके सैन्य हमले के कारण बढ़ी है, जिससे आर्थिक खतरा भी बढ़ गया है।
संसद अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन ने सोशल मीडिया पर लिखा, “हमने जानबूझकर बच्चे पैदा करने से इनकार करने के प्रचार पर प्रतिबंध लगाने वाले विधेयक पर विचार करना शुरू कर दिया है।” उन्होंने कहा कि ये कदम संतानहीनता की विचारधारा और बच्चा मुक्त लाइफस्टाइल पर प्रतिबंध के समान होंगे। प्रस्तावित कानून ऑनलाइन, मीडिया, विज्ञापन और फिल्मों के कंटेंट पर लागू होगा।
वोलोडिन ने कहा कि इस बिल के उल्लंघन पर व्यक्तियों पर 400,000 रूबल से लेकर बिजनेस और संस्थाओं पर 5 मिलियन रूबल तक का जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने कहा, “एक बड़ा और मैत्रीपूर्ण परिवार एक मजबूत राज्य का आधार है।” रूस में इस विधेयक को समर्थन मिलता दिख रहा है।
जन्म दर बढ़ाने की कोशिश
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने इस बिल के बारे में पूछे जाने पर शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, “जन्म दर बढ़ाने के लिए जो कुछ भी करने की जरूरत है वह किया जाना चाहिए। और जो कुछ भी इसमें बाधा डालता है उस पर रोक लगाई जानी चाहिए।”
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गौरतलब है कि रूस ने 2024 की पहली छमाही में पिछले 25 सालों में सबसे कम जन्म दर दर्ज की है। सैकड़ों-हजारों युवाओं को या तो रूस-यूक्रेन युद्ध में लड़ने के लिए सेना में बुलाया गया है या फिर वे सेना में भर्ती होने से बचने के लिए विदेश भाग गए हैं। कई कपल ऐसे हैं जिन्होंने बच्चे पैदा न करने का विकल्प चुना है।
बड़े परिवारों के माता-पिता को टैक्स बेनिफिट
जन्म दर को बढ़ावा देने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहले ही बड़े परिवारों के माता-पिता को पदक देने की सोवियत परंपरा को पुनर्जीवित कर दिया है, साथ ही उन्हें विभिन्न टैक्स बेनिफिट और कल्याणकारी सुविधाएं भी मिलती हैं।
(इनपुट- एएफ़पी)