रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका समेत यूरोपीय देश ने रूस पर कई तरह की पाबंदियां लगाई हैं, लेकिन रूस पर इन पाबंदियों का कोई खास असर देखने को नहीं मिला। इन्हीं पाबंदियों पर पलटवार करते हुए रूस ने 963 अमेरिकी लोगों की लिस्ट जारी की है। अब ये सभी नामचीन हस्तियां रूस में एंट्री नहीं कर सकेंगी। वहीं रूस की इस लिस्ट में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का जिक्र नहीं है। उन पर बैन नहीं लगा है। जबकि उनके खिलाफ रूसी संबंधों को लेकर जांच भी चली थी।
रूसी विदेश मंत्रालय की वेबसाइट में जिन लोगों पर पाबंदी लगाई गई है, उनमें प्रमुख रूप से अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग, अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिकंन और हॉलीवुड एक्टर मॉर्गन फ्रीमैन के नाम भी शामिल हैं।
रूसी विदेश मंत्रालय की वेबसाइट में कहा गया है कि यह पाबंदी लगाना जरूरी है। इसका मुख्य मकसद अमेरिका को मजबूर करना है। जो दुनिया में एक नव-औपनिवेशिक व्यवस्था लागू करने की कोशिश कर रहा है।
रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम इस बात पर जोर देते हैं कि वॉशिंगटन ने शत्रुतापूर्ण व्यवहार किया। 24 फरवरी को यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस के पश्चिमी देशों से संबंध बिगड़ते गये हैं। पहले अमेरिका और उसके सहयोगियों ने रूस पर कठोर प्रतिबंध लगाए। इसके बाद युद्ध के लिए यूक्रेन को हथियार भी सप्लाई किये।
इसके अलावा रूस ने कनाडा के पीएम की पत्नी सोफी ट्रूडो, कनाडाई वायुसेना के कमांडर एरिक जीन केनी और शीर्ष अधिकारियों समेत 24 अन्य लोगों को अपने देश में प्रवेश करने पर रोक लगा दी है। वहीं रूस ने शनिवार को फिनलैंड के खिलाफ भी सख्ती बरती है और उसके गैस निर्यात पर रोक लगा दी है। रूस ने फिनलैंड के खिलाफ यह कदम तब उठाया था, जब उसने रूबल में भुगतान करने से मना कर दिया था।