Israel-Hamas War: इजरायल द्वारा गाजा में किए जा रहे हमलों के चलते कतर में जाकर बसे हमास के नेताओं को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि कतर ने उन सभी को देश छोड़ने का अल्टीमेटम दे दिया है। बता दें कि कतर ने यह आदेश अमेरिका के दबाव के बाद जारी किया है। ऐसे में अब हमास के बड़े नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती है क्योंकि वे लंबे वक्त से कतर की राजधानी दोहा में रह रहे थे।
दरअसल, मिडिल ईस्ट में तनाव के बीच अमेरिका ने कतर से जल्द से जल्द हमास के नेताओं को देश से निकालने का अनुरोध किया था। अमेरिका ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि आतंकी समूह के इजरायली बंधकों को रिहा करने के समझौते को अस्वीकार करने का मतलब है कि अब उसकी मौजूदगी स्वीकार्य नहीं है।

हमास को बंद करना होगा राजनयिक कार्यालय
अमेरिका में राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन के अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया है कि कतर ने अमेरिका के ही कहने पर लगभग 10 दिन पहले हमास से कहा था कि उसे दोहा में अपना राजनयिक कार्यालय बंद करना होगा। कतर 2012 से दोहा में हमास के अधिकारियों की मेजबानी कर रहा है।
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अमेरिका की बातों पर सहमत कतर
सूत्र बताते हैं कि अमेरिका सभी अनुरोधों पर सलाहों पर कतर अब सहमत हो गया है। उसने लगभग एक सप्ताह पहले हमास को देश छोड़ने के लिए कह दिया है।
इस मामले में CNN की रिपोर्ट के अनुसार, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि हमास एक आतंकवादी समूह है, जिसने अमेरिका के नागरिकों को मारा है और उन्हें बंधक बनाया है। इसके अलावा बंधकों को रिहा करने के प्रस्ताव को भी बार-बार अस्वीकार किया है।
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अब कहां जाएंगे हमास के नेता?
अधिकारियों ने कहा कि हमास के नेताओं का अब किसी भी अमेरिकी साझेदार की राजधानियों में स्वागत नहीं किया जाना चाहिए। सवाल यह भी है कि आखिर अब हमास के ये नेता कतर से कहां जाएंगे। संभावनाएं हैं कि वे तुर्की का रुख कर सकते हैं।
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद इजरायल का मिडिल ईस्ट दबदबा बढ़ सकता है, क्योंकि ट्रंप इजरायल समर्थक मुल्क के तौर पर जाने जाते हैं।