नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर पर विवादित बयान देने का मामला गरमाया हुआ है। जहां देश में पश्चिम बंगाल, यूपी और दिल्ली समेत कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन देखने मिल रहे हैं तो वहीं कुवैत में भी इसको लेकर विरोध प्रदर्शन हुए। हालांकि कुवैत सरकार प्रदर्शन करने वालों से सख्ती से पेश आ रही है और ऐसे लोगों को जल्द ही उनके देश डिपोर्ट करेगी।

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुवैत में नूपुर शर्मा के बयान को लेकर विरोध प्रदर्शन करने वाले प्रवासियों पर कुवैत सरकार सख्त नजर आई है। बता दें कि कुवैत सरकार ने नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल के बयान के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले प्रवासियों को गिरफ्तार करने और उन्हें देश से बाहर निकालने का फैसला किया है। दरअसल कुवैत ने ऐसा अपने देश के नियमों के चलते किया है।

बता दें कि खाड़ी देश के कानून के मुताबिक वहां इस तरह के प्रदर्शनों की अनुमति नहीं हैं। इसको लेकर सऊदी अरब में प्रकाशित एक अंग्रेजी दैनिक समाचार पत्र अरब न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पैगंबर मुहम्मद के समर्थन में जुमे की नमाज के बाद फ़हाहील इलाके में प्रदर्शन करने वाले प्रवासियों को गिरफ्तार करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

कुवैत सरकार ने कहा है कि सभी प्रवासियों को देश के क़ानून का सम्मान करना चाहिए और ऐसे किसी भी तरह के धरना-प्रदर्शन में भाग नहीं लेना चाहिए। कुवैत ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को उनके संबंधित देशों में भेजा जाएगा क्योंकि उन्होंने देश के कानूनों और नियमों का उल्लंघन किया है। दरअसल नियमों के मुताबिक खाड़ी देश में प्रवासियों द्वारा धरना या प्रदर्शन आयोजित नहीं किया जा सकता।

गौरतलब है कि 10 जून को जुमे की नमाज के बाद 40-50 प्रवासियों ने कुवैत के फ़हाहील इलाके में विरोध प्रदर्शन शुरू किया था और नारेबाजी की थी। रिपोर्ट के मुताबिक प्रदर्शनकारियों में भारत के अलावा पाकिस्तान, बांग्लादेश के नागरिक और अन्य अरब प्रवासी शामिल हो सकते हैं। कुवैत के अखबार अल राय के मुताबिक, “प्रदर्शन में शामिल लोगों को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और उन्हें उनके देशों में डिपोर्ट करने के बाद कुवैत में फिर से उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।”