प्रधानमंत्री मोदी पोलेंड के दौरे पर हैं। 45 साल बाद भारत का कोई प्रधानमंत्री पोलैंड पहुंचा है। इस दौरान वह अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं। पीएम ने पोलेंड की धरती से पूरी दुनिया को संदेश देते हुए कहा कि युद्ध विकास की राह में सबसे बड़ी अड़चन है इसलिए भारत बातचीत और विमर्श की राह पर चलता है। पीएम ने कहा,”यूक्रेन और पश्चिम एशिया में चल रहा संघर्ष हम सभी के लिए गहरी चिंता का विषय है। भारत का ये दृढ़ विश्वास है कि किसी भी समस्या का समाधान रणभूमि में नहीं हो सकता। किसी भी संकट में मासूम लोगों की जान की हानि संपूर्ण मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। हम शांति और स्थिरता की जल्द से जल्द बहाली के लिए डायलॉग और डिप्लोमेसी का समर्थन करते हैं।
PM मोदी के भाषण की बड़ी बातें :
- प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कहा कि भारत और पोलैंड अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी करीबी तालमेल के साथ आगे बढ़ते रहे हैं। दोनों देश सहमत हैं कि वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ तथा अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में रिफॉर्म वर्तमान समय की मांग है।
- पीएम ने कहा कि भारत पोलैंड की कंपनियों को Make in India and Make for the world से जुड़ने के लिए आमंत्रित कर राजा है। Fintec, Pharma, Space जैसे क्षेत्रों में भारत ने अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। हमें इन क्षेत्रों में अपना अनुभव पोलैंड के साथ साझा करने में खुशी होगी दोनों नेताओं की बैठक से पहले इस यात्रा से जुड़े अहम पहलुओं में से एक IT सेक्टर से भी जुड़ा था।
- पीएम ने भाषण की शुरुआत में कहा कि पोलैंड और भारत इस साल अपने राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इस अवसर पर दोनों देशों के संबंधों को Strategic Partnership में परिवर्तित करने का निर्णय लिया है। भारत और पोलैंड के संबंध Democracy और Rule of law जैसे साझा मूल्यों पर आधारित हैं।
- पीएम ने कहा कि जनवरी 2025 में पोलैंड यूरोपियन यूनियन की अध्यक्षता संभालेगा। मुझे विश्वास है कि आपके सहयोग से भारत और EU के संबंधों को बल मिलेगा। यूक्रेन और पश्चिम एशिया में चल रहा संघर्ष हम सभी के लिए गहरी चिंता का विषय है। भारत का ये दृढ़ विश्वास है कि किसी भी समस्या का समाधान रणभूमि में नहीं हो सकता। किसी भी संकट में मासूम लोगों की जान की हानि संपूर्ण मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। हम शांति और स्थिरता की जल्द से जल्द बहाली के लिए संवाद और कूटनीति का समर्थन करते हैं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा आज 45 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने पोलैंड का दौरा किया है। मेरे तीसरे कार्यकाल की शुरूआत में ही मुझे ये सौभाग्य मिला है। इस अवसर पर मैं पोलैंड की सरकार और यहां के लोगों का विशेष आभार व्यक्त करता हूं। 2022 में यूक्रेन संकट के दौरान फंसे हुए भारतीय छात्रों को निकालने के लिए आपने जो उदारता दिखाई, उसे हम भारतवासी कभी नहीं भूल सकते हैं।