कनाडा में राजनीतिक हलचल मची हुई है। 2015 से प्रधानमंत्री पद पर बने जस्टिन ट्रुडो ने विरोध प्रदर्शन के चलते इस्तीफा दे दिया। वहीं अब भारतीय मूल के कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने भी पीएम पद के लिए दावेदारी पेश कर दी है। चंद्र आर्य लेबर पार्टी के नेता हैं और ओटावा से सांसद भी हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उन्होंने कहा कि मैं एक कुशल सरकार का नेतृत्व करने के लिए कनाडा का अगला प्रधानमंत्री बनने की रेस में हूं। चंद्र आर्य कनाडा के ओटावा से सांसद हैं।
कर्नाटक में हुआ जन्म
चंद्र आर्य का जन्म कर्नाटक के तुमकुरु जिले में हुआ था। उन्होंने कोसाली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्ट्डीज से एमबीए किया है। यह कॉलेज धरवाड़ में स्थित है। एमबीए करने के बाद साल 2006 में आर्य कनाडा चले गए थे। इसके बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा। राजनीति में आने से पहले चंद्र आर्य इंडो कनाडा ओटावा बिजनेस चैंबर के अध्यक्ष भी थे।
साल 2015 में पहली बार सांसद बने थे चंद्र आर्य
साल 2015 में चंद्र आर्य पहली बार सांसद बने और 2019 में दूसरा चुनाव जीत गए। शुरू में वह जस्टिन ट्रुडो के काफी करीबी माने जाते थे। लेकिन जैसे ही भारत और कनाडा के बीच रिश्तों में दरार पैदा हुई, तुरंत दोनों के बीच दूरियां भी सामने आने लगी। आर्य ने भारत विरोधी रवैए के चलते ट्रुडो का साथ भी छोड़ दिया। अब वह ट्रुडो के धुर विरोधी बन गए। चंद्र आर्य खालिस्तानियों के मुखर आलोचक हैं और लगातार उन पर निशाना साधते रहते हैं।
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हमें बड़े और मुश्किल फैसले लेने की जरूरत- चंद्र आर्य
चंद्र आर्य ने प्रधानमंत्री पद की दावेदारी पेश करते हुए कहा कि आज कनाडा का वर्कर संघर्ष कर रहा है। कई परिवार गरीबी में जा रहे हैं और हमें बड़े और मुश्किल फैसले लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे फैसले लेने होंगे, जो अर्थव्यवस्था का फिर से निर्माण करें और मेरे पास ऐसा कर दिखाने की इच्छा शक्ति और समाधान है।
बता दें कि कनाडा के ब्रैंपटन शहर में जब हिंदू मंदिर पर हमला हुआ था, तब चंद्र आर्य ने खुलकर अपना विचार सामने रखा था। इस दौरान उन्होंने हिंदुओं के पक्ष में आवाज उठाई थी। चंद्र आर्य ने साफ कहा था कि कनाडा की लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों में खालिस्तान समर्थक लोग घुस गए हैं। पिछले साल ही चंद्र आर्य भारत के दौरे पर भी आए थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी। कौन होगा कनाडा का अगला प्रधानमंत्री?