मालदीप में महीनों से चल रहे हैं ‘इंडिया आउट’ कैंपेन पर गुरुवार को मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम महोम्मद सोलिह ने यह कहते हुए रोक लगा दी कि इससे राष्ट्र की सुरक्षा को खतरा पैदा हो रहा है। उनकी ओर से जारी किए गए आदेश में कहा गया कि विभिन्न देशों के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शनों को तुरंत रोका जाए। वहीं उन्होंने भारत का विशेष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि ‘इंडिया आउट’ प्रदर्शन का उद्देश्य दो देशों के बीच मे संबंधों को खराब करना और इलाके की सुरक्षा को खतरे में डालना है।

राष्ट्रपति सोलिह की ओर से आदेश को मालदीप की स्थानीय भाषा धीवेही में जारी किया गया है, जिसमें कहा – ये सरकार की जिम्मेदारी होती है कि वह अपने यहां मौजूद सभी देशों के राजनयिकों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखें। कुछ महीनों पहले भारतीय राजनयिकों और दूतावास को सोशल मीडिया पर धमकियां दी गईं। इसके बाद राजनयिकों ने अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की, जिसे मालदीव सरकार ने स्वीकारा था।

एंटी इंडिया कैंपेन ‘इंडिया आउट’ को पहले सोशल मीडिया एक्टिविस्ट के जरिए चलाया जा रहा था, लेकिन दिसंबर में जेल से रिहा होने के बाद पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन इसका चेहरा बन गए। बीते बुधवार को माले में उनके घर पर एक बड़ा सा इंडिया आउट का पोस्टर लग रहा था, जिसे कल प्रशासन की ओर से हटा लिया गया।

2013 से 2018 के बीच यामीन मालदीव के राष्ट्रपति रह चुके हैं। उनके काल में मालदीव की विदेश नीति चीन की तरफ झुकाव देखा गया था। यह वहीं समय था जब चीन हिंद महासागर में अपना प्रभुत्व स्थापित करने के लिए चीनी राष्ट्रपति बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव को तेजी से आगे बढ़ा रहा था।

राष्ट्रीय सुरक्षा पर बनी संसदीय समिति के प्रमुख मोहम्मद असलम का कहना है कि वे इस आंदोलन का प्रयोग देश में बड़े पैमाने पर अशांति और अस्थिरता पैदा करने के लिए करना चाहते हैं।

इससे पहले सत्तारूढ़ मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी ने इंडिया आउट कैंपेन को बैन करने के लिए कानून लाने का भी ऐलान किया था, जिसे बाद में विरोध के चलते खारिज कर दिया गया था।