नेपाल में सरकार और सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन में करोड़ो का नुकसान हुआ है। अभी भी छिटपुट घटनाएं सामने आ रही है। इस बीच नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने लोगों से शांति बरतने की अपील की है। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने सभी पक्षों से देश की वर्तमान कठिन परिस्थितियों में संवैधानिक दायरे में रहते हुए समस्या का समाधान खोजने की अपील की है।
राष्ट्रपति ने क्या कहा?
नेपाली राष्ट्रपति ने 11 सितंबर को एक संदेश जारी किया। इसमें उन्होंने आंदोलनकारी नागरिकों की मांगों को संबोधित करते हुए कहा है कि वे देश में लोकतंत्र की रक्षा और शांति एवं सुरक्षा बनाए रखने के लिए निरंतर विचार-विमर्श कर रहे हैं।
राष्ट्रपति द्वारा जारी संदेश में कहा गया, “आंदोलनकारी नागरिकों की समस्याओं के शीघ्र समाधान के उपाय खोजने की आवश्यकता है। शांति एवं सुरक्षा बनाए रखने के लिए सभी पक्षों को समय के अनुसार सहयोग करना होगा।”
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नेपाल में अब क्या है स्थिति?
नेपाल की सेना ने गुरुवार को काठमांडू घाटी के तीन जिलों में निषेधाज्ञा बढ़ा दी है और कुछ निश्चित समय के लिए लोगों की आवाजाही की अनुमति दे दी है। हिंसक प्रदर्शनों के बाद देश में धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। सेना सड़कों पर पहरा दे रही है लेकिन देश के बाकी हिस्सों में स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है।
नेपाल सेना की ओर से जारी एक नोटिस में कहा गया है कि काठमांडू घाटी के तीन जिलों काठमांडू, ललितपुर और भक्तपुर में सुबह 6 बजे से कर्फ्यू हटा लिया गया है। सेना द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि आम जनता को आवश्यक कार्यों के लिए कुछ घंटों की आवाजाही की अनुमति देने के बाद प्रतिबंधात्मक आदेश सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक लागू रहेंगे। शाम पांच बजे से सात बजे तक ढील के बाद शुक्रवार शाम सात बजे से सुबह छह बजे तक रात्रि कर्फ्यू लागू रहेगा।