पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार को टीवी पर राष्ट्र के नाम संदेश में कहा कि इमरान खान ने देश में चार साल तक भ्रष्टाचार और अराजकता का जो राज चलाया, उसने देश को खतरे में डाल दिया था। उनके जालिम शासन के दौर में अपराधियों को केस देखकर नहीं, बल्कि फेस देखकर सजा दी जाती थी। उन्होंने कहा कि इमरान खान की गिरफ्तारी बिल्कुल जायज है और जरूरी थी। तब जुर्म की इंतेहा था।

इमरान खान की गिरफ्तारी के 31 घंटे बाद पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि सियासत में बदले की भावना से कभी अच्छे नतीजे नहीं निकले। हम अभी भी राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) के बहुत से केसों का सामना कर रहे हैं। उनमें से कोई भी अभी तक हमारे खिलाफ साबित नहीं हुआ है। हमने कानून का सामना करने से कभी इनकार नहीं किया।

शाहबाज शरीफ बोले, “इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के कार्यकाल के दौरान संघीय मंत्री राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ केसों की पूरी जानकारी सार्वजनिक करते थे और पूर्व प्रधान इमरान खान उनकी गिरफ्तारी का ऐलान करते थे। तब न केवल राजनीतिक विरोधियों बल्कि परिवार और रिश्तेदारों को भी जबरन फंसाया जाता था।”

इमरान खान पर भड़कते हुए शहबाज शरीफ ने कहा कि जो लोग हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी जैसी हरकत कर रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

शरीफ ने कहा कि सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना मुल्क से दुश्मनी जैसी हरकत है। इमरान खान की गिरफ्तारी भ्रष्टाचार के एक मामले में हुई है। 60 अरब के मामले को लिफाफे में बंद करके कैबिनेट से मंजूर करा लिया गया। ये एक संगीन सवाल है।

शरीफ ने कहा कि किसी भी गिरफ्तारी पर हम खुशी का इजहार नहीं कर सकते। ये एक जिंदगी का तल्ख लमहा होता है जिसे हम गुजर चुके हैं।