प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बांग्लादेश के ढाकेश्वरी राष्ट्रीय मंदिर में पूजा अर्चना की। बांग्लादेश में 12वीं सदी का यह चर्चित मंदिर हिंदू समुदाय के लोगों के लिए सर्वाधिक पूजनीय स्थल है। प्रधानमंत्री मंदिर में करीब 15 मिनट तक रहे। इस मंदिर को ढाका के सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है और यह क्षेत्र के प्रमुख ‘शक्तिपीठों’ में से एक है।

‘‘ढाकेश्वरी’’ का अर्थ ‘‘ढाका की देवी’’ है और विशेषज्ञों ने बताया कि बांग्लादेश की राजधानी का नाम ढाकेश्वरी के नाम पर ही पड़ा। 1971 में बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना के रमना काली मंदिर को नष्ट किए जाने के बाद ढाकेश्वरी मंदिर को बांग्लादेश में सबसे महत्वपूर्ण हिंदू स्थल का दर्जा मिला है।

मंदिर प्रशासन के सदस्यों ने महसूस किया कि ढाकेश्वरी मंदिर में मोदी की यात्रा ने हिंदू समुदाय के लोगों में भाईचारा का संदेश दिया है। मंदिर के पुजारियों और अधिकारियों ने मोदी का अभिनंदन किया। उन्हें देवी ढाकेश्वरी की प्रतिकृति दी गई और अन्य स्मृति चिह्नों के अलावा एक शॉल भी भेंट किया गया।

कई लोगों ने बताया कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना हर साल एक बार मंदिर जाती हैं। पिछले साल जून में यहां आईं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी मंदिर में दर्शन किया था।

ढाकेश्वरी मंदिर का निर्माण 12वीं सदी में सेन वंश के राजा बल्लाल सेन ने करवाया था। मंदिर में हर रोज हजारों लोगों का जमावड़ा रहता है, बहरहाल आज मोदी की यात्रा को देखते हुए इसे करीब एक घंटा के लिए आम लागों के लिए बंद रखा गया था।

इस सर्वाधिक पूजनीय हिंदू स्थल को आधिकारिक मान्यता की मांग को लेकर 1996 में हिंदू समूहों के एक प्रमुख अभियान के बाद ढाकेश्वरी मंदिर को राष्ट्रीय मंदिर का दर्जा मिला था।

मोदी ढाका में रामकृष्ण मिशन गए:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश की यात्रा के दूसरे दिन आज राजधानी ढाका स्थित रामकृष्ण मिशन गए जो कोलकाता स्थित बेलूर मठ की शाखा है।

मोदी का रामकृष्ण मिशन से गहरा लगाव है और उन्होंने आज यहां मठ में पूजा अर्चना की जहां संतों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

मिशन मुख्यालय (कोलकाता) के प्रमुख स्वामी सुहितानंद और ढाका मिशन के प्राचार्य स्वामी ध्रुवेशानंद ने मिशन में मोदी का स्वागत किया। मोदी ने ट्विट किया, ‘‘ढाका स्थित रामकृष्ण मिशन पर रामकृष्ण परमहंस के प्रति सम्मान प्रकट कर रहा हूं।’’

मिशन की ओर से प्रधानमंत्री को स्वामी विवेकानंद की जीवनी और दो स्मारिका भेंट की गई। इसके बाद में मोदी ने ढाका के बरीधारा इलाके में बने भारतीय उच्चायोग के न्यू चांसरी कम्प्लेक्स गए जहां उन्होंने बांग्लादेश के लिए कई सहयोग अनुदान योजनाओं की शुभारंभ किया।

मोदी ने जिन परियोजनाओं का शुभारंभ किया उसमें विक्टोरिया कॉलेज में भारत-बांग्लादेश मैत्री बालिका हॉस्टल और राजधानी के मीरपुर क्षेत्र में ब्लाइंड एजुकेशन रिहैबिलिटेशन डेवेलपमेंट आर्गेनाइजेशन की तीसरी मंजिल का निर्माण शामिल है।

इसके साथ ही कुमुदिनी अस्पताल में जलमल निकासी प्रणाली, जलमल संवर्द्धन संयंत्र और गंदे जल के संवर्द्धन का संयंत्र स्थापित करने के अलावा ढाका विश्वविद्यालय में हिन्दी विभाग और रिकार्डिंग स्टुडियो स्थापित करने तथा नृत्य विभाग को मदद प्रदान करने समेत अन्य परियोजनाएं भी शामिल हैं।