PM Narendra Modi Five-Nation Tour: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच देशों की अपनी यात्रा के दौरान त्रिनिदाद एवं टोबैगो पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री इससे पहले घाना गए थे। पियार्को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का औपचारिक रूप से स्वागत किया गया।
त्रिनिदाद एवं टोबैगो में मौजूद भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैं कुछ समय पहले ही गुनगुनाते पक्षियों की इस खूबसूरत भूमि पर आया हूं और मेरा पहला संवाद यहां के भारतीय समुदाय के साथ है। यह पूरी तरह से स्वाभाविक लगता है क्योंकि हम एक परिवार का हिस्सा हैं… त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय की यात्रा साहस से भरी है। आपके पूर्वजों ने कठिनाइयों का… समस्याओं का डटकर सामना किया। वे गंगा और यमुना को पीछे छोड़ गए लेकिन अपने दिलों में रामायण ले गए। उन्होंने अपनी मिट्टी छोड़ी, लेकिन अपना नमक नहीं। वे केवल प्रवासी नहीं थे; वे एक शाश्वत सभ्यता के संदेशवाहक थे। उनके योगदान ने इस देश को सांस्कृतिक, आर्थिक और आध्यात्मिक रूप से लाभान्वित किया है।’
द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने पर होगी चर्चा
प्रधानमंत्री के रूप में मोदी का यह पहला दौरा है और 1999 के बाद से त्रिनिदाद और टोबैगो में प्रधानमंत्री स्तर पर यह पहला भारतीय द्विपक्षीय दौरा है। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर के साथ बातचीत करेंगे तथा द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा करेंगे।
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घाना पहुंचे थे और वहां उन्हें देश के राष्ट्रीय सम्मान ‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से सम्मानित किया गया था। उनकी यात्रा के दौरान भारत और घाना ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे।
…25 साल पहले आया था
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘जब मैं पिछली बार आया था, तब से लेकर अब तक 25 साल हो चुके हैं… हमारी दोस्ती और भी मजबूत हुई है। बनारस, पटना, कोलकाता और दिल्ली भले ही भारत के शहर हों लेकिन यहां की सड़कों के नाम भी हैं। नवरात्रि, महाशिवरात्रि और जन्माष्टमी यहां खुशी, उत्साह और गर्व के साथ मनाई जाती है। चौताल और भिटक गण यहां फलते-फूलते रहते हैं। मैं यहां कई जाने-पहचाने चेहरों की गर्मजोशी देख सकता हूं…हमारे संबंध भूगोल और पीढ़ियों से कहीं आगे तक फैले हुए हैं।’
यहां की राम लीलाएं…
मोदी ने आगे कहा, ‘मैं प्रभु श्री राम में आपकी गहरी आस्था से अवगत हूं… यहां की राम लीलाएं वास्तव में अनूठी हैं… रामचरितमानस में कहा गया है कि प्रभु श्री राम की पवित्र नगरी इतनी सुंदर है कि इसकी महिमा का गुणगान दुनिया भर में होता है। मुझे यकीन है कि आप सभी ने 500 साल बाद अयोध्या में राम लला की वापसी का स्वागत किया होगा… आपने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए पवित्र जल और शिला भेजी थी। मैं भी इसी तरह की भक्ति भावना के साथ यहां कुछ लाया हूं। राम मंदिर की कृति और पवित्र सरयू से कुछ जल लाना मेरे लिए सम्मान की बात है।’