प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अमेरिका दौरे के बाद मिस्र में हैं। इस दौरान उन्होंने मिस्त्र की राजधानी काहिरा में राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी (Egypt President Abdel Fattah al-Sisi) से मुलाकात की। वहीं पीएम मोदी को मिस्त्र के सबसे बड़े सम्मान से नवाजा गया है। पीएम मोदी को राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने इजिप्ट के सर्वोच्च पुरस्कार ‘Order of the Nile’ से नवाजा है।
पीएम मोदी को मिला मिस्त्र का सर्वोच्च सम्मान
पिछले नौ साल के कार्यकाल में पीएम मोदी को कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले। मिस्त्र का राजकीय पुरस्कार 13वां ऐसा सर्वोच्च राजकीय सम्मान है जो दुनिया भर के विभिन्न देशों ने पीएम मोदी को प्रदान किया है।
पीएम मोदी अल-हकीम मस्जिद भी गए 11वीं सदी की यह मस्जिद काहिरा में दाऊदी बोहरा समुदाय के लिए सांस्कृतिक महत्व रखती है। सन 1997 के बाद कोई भारतीय पीएम मिस्र की यात्रा पर गया है। अल-हकीम मस्जिद मस्जिद के रेनोवेशन का श्रेय भारतीय बोहरा समुदाय के सुल्तान मुफद्दल सैफुद्दीन और उनके आध्यात्मिक नेता अल-दाई अल-मुतलक को जाता है।
मिस्र और भारत के बीच व्यापारिक संबंधों और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए पीएम मोदी ने मिस्र के पीएम मुस्तफा मैडबौली और मंत्रिमंडल के प्रमुख मंत्रियों के साथ बातचीत की। पीएम मोदी ने मिस्र के काहिरा में हेलियोपोलिस युद्ध स्मारक का दौरा किया और प्रथम विश्व युद्ध के दौरान शहादत देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
क्या है ‘Order of the Nile’ अवार्ड?
ऑर्डर ऑफ द नाइल (किलादत एल निल) की स्थापना 1915 में मिस्र के सुल्तान हुसैन कामेल ने की थी इसकी स्थापना देश के लिए उपयोगी सेवा प्रदान करने वाले व्यक्तियों को पुरस्कार देने के लिए की गई थी। 1953 में राजशाही समाप्त होने तक यह मिस्र साम्राज्य के प्रमुख आदेशों में से एक था। 1953 में मिस्र के गणतंत्र बनने के बाद यहां के सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ द नाइल को पुनर्गठित किया गया था। ऑर्डर ऑफ़ द नाइल एक शुद्ध सोने का कॉलर है जिसमें तीन वर्गाकार सोने के टुकड़े होते हैं फ़ारोनिक और इनपर प्रतीक होते हैं।