पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने अपनी सरकार पर मंडराते संकट के बीच, देश को संबोधित किया। इस दौरान इमरान खान ने पूर्व पीएम नवाज शरीफ पर निशाना साधा। साथ ही बड़ा आरोप लगाया कि नवाज शरीफ भारत के पीएम नरेंद्र मोदी से छुप-छुपकर मिलते थे।
इमरान खान का संबोधन तय समय पर शुरू नहीं हो सका। नेशनल सिक्योरिटी समिति की बैठक के कारण इमरान खान के संबोधन में देरी हुई। पाकिस्तान की आवाम को संबोधित करते हुए पीएम इमरान खान ने कहा कि आज देश के लिए फैसले की घड़ी है। पीएम इमरान खान ने कहा, “मैं खुशकिस्मत हूं कि अल्लाह ने मुझे सब कुछ दिया- प्रसिद्धि, धन, सब कुछ। मुझे आज किसी चीज की जरूरत नहीं है, उसने मुझे सब कुछ दिया जिसके लिए मैं बहुत आभारी हूं। पाकिस्तान मुझसे केवल 5 साल बड़ा है, मैं आजादी के बाद पैदा होने वाले देश की पहली पीढ़ी से हूं।”
इमरान खान ने देश के नाम संबोधन में कहा कि अमेरिका का हिमायती बनना मुशर्रफ की सबसे बड़ी गलती थी। उन्होंने कहा, “मैं आजाद विदेश नीति का हिमायती हूं। हमारी विदेश नीति पाकिस्तान के लोगों के लिए है।” उन्होंने कहा कि वे भारत या किसी और से विरोध नहीं चाहते हैं। इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान अमेरिका के साथ लड़ा और उसने ही प्रतिबंध लगा दिए। अपने संबोधन में इमरान खान ने कहा, “न मैं झुकूंगा और न ही अपनी कौम को झुकने दूंगा।” इमरान ने कहा कि उनका मुल्क दशहतगर्दी के खिलाफ है।
इमरान खान ने कहा, “8 मार्च को एक विदेशी देश से हमें मैसेज आता है जिसमें बहाना दिया जाता है कि वे पाकिस्तान पर क्यों गुस्सा हैं। और अगर इमरान खान को हटा दिया जाता है तो पाकिस्तान को माफ कर दिया जाएगा। लेकिन अगर ऐसा नहीं होता तो पाकिस्तान को मुश्किल वक़्त का सामना करना पड़ेगा।” इमरान खान मीर जाफर और सिराजुद्दौला का भी जिक्र किया।
मुझसे इस्तीफा देने को कहा गया- इमरान खान
पाकिस्तान के पीएम ने कहा, “रविवार को पाकिस्तान का फैसला हो जाएगा, मुझे किसी ने कहा कि आप इस्तीफा दे दीजिए। जो मेरे साथ क्रिकेट खेलते थे उन्होंने देखा है कि मैं आखिरी गेंद तक मुकाबला करता हूं। मैंने हार कभी ज़िंदगी में नहीं मानी। जो भी नतीजा होगा उससे बाद मैं और ज्यादा ताकतवर होकर सामने आऊंगा, जो भी नतीजा हो।”
रूस जाने के फैसले से अमेरिका नाराज- इमरान खान
रूस के हालिया दौरे का जिक्र करते हुए इमरान खान ने कहा कि अमेरिका रूस जाने के फैसले से नाराज है और उसने पाकिस्तान से रिश्ते खत्म करने की धमकी दी है। इमरान खान ने कहा कि अमेरिका को मुझसे दिक्कत है दूसरों से नहीं। मेरे हटते ही अमेरिका की नाराजगी दूर हो जाएगी। इमरान खान ने एक बार फिर दोहराया कि बाहरी लोगों ने यहां के लोगों के साथ मिलकर साजिश रची है।
इमरान ने कहा कि 9/11 के हमले के बाद अमेरिका हमारा दोस्त बना। अमेरिका के लोगों के लिए पाकिस्तानियों ने कुर्बानियां दीं। हमारे यहां ड्रोन हमले हुए, मुझे तालिबान खान कहा गया।