Bangladesh News: बांग्लादेश में शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद अल्पसख्यक हिंदुओं पर अत्याचार काफी बढ़ गया। लोग इनका जमकर विरोध भी कर रहे हैं। इसी बीच अमेरिका के न्यूयॉर्क के आसमान में गुरुवार को एक अजीब नजारा देखने को मिला। अमेरिका के हिंदुओं के समूहों ने हडसन नदी और स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के ऊपर विशाल एयरलाइन बैनर के जरिए बांग्लादेश में हिंदुओं के नरसंहार को रोकने की अपील की।
एक प्लेन के जरिये ये बड़ा बैनर हडसन नदी के ऊपर फहराया गया और स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के चारों तरफ चक्कर लगाया। इस तरह के प्रदर्शन से यह साफ जाहिर है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय बांग्लादेश में हो रही हिंसा और मोहम्मद यूनुस के बयान पर कड़ी निगरानी रख रहा है।
बीते महीने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने कहा था कि हिंदुओं पर हो रहे हमलों को ज्यादा ही बढ़ा चढ़ाकर दिखाया जा रहा है। इतना ही नहीं उन्होंने इस मुद्दे को राजनीति बताया था और भारत पर भी सवाल खड़े किए थे। मोहम्मद यूनुस ने कहा था कि इस मुद्दे का सांप्रदायिक से ज्यादा राजनीतिक पहलू है। इतना ही नहीं उन्होंने बांग्लादेश में शेख हसीना और उनकी पार्टी अवामी लीग के कार्यकाल में हुए अत्याचारों को भी हिंसा की वजह बताया। उन्होंने यह भी कहा था कि वह इस हिंसा का समर्थन नहीं करते हैं, लेकिन इसे पूरी तरह सांप्रदायिक बताना भी गलत है।
बांग्लादेश में घटी हिंदुओं की आबादी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022 में अमेरिकी कांग्रेस के रिजॉल्यूशन के अनुसार बांग्लादेश में 1971 के नरसंहार के दौरान 2.8 मिलियन लोगों की मौत हुई थी। उस समय से बांग्लादेश में हिंदुओं की आबादी 20 फीसदी से घटकर केवल 8.9 फीसदी ही रह गई है। हिंसा, लिंचिग, अपहरण और जबरन नौकरी से इस्तीफा देने की हालिया घटनाओं के बीच लगभग 2 लाख से ज्यादा हिंदुओं पर असर पड़ा है। इतना ही नहीं उनकी संपत्ति भी जब्त की गई है।
बांग्लादेश हिंदू समुदाय के सदस्य सीतांगशु गुहा ने एएनआई को बताया, ‘बांग्लादेश में हिंदू विलुप्त होने के कगार पर हैं। उम्मीद है कि इससे सभ्य दुनिया में जागरूकता बढ़ेगी और संयुक्त राष्ट्र बांग्लादेश में उग्रवादी इस्लामी ताकतों के पीड़ितों को बचाने के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रेरित होगा। अगर बांग्लादेश हिंदू मुक्त हो जाता है, तो यह अफ़गानिस्तान 2.0 बन जाएगा और आतंकवादी पड़ोसी भारत और पश्चिम सहित दुनिया के अन्य हिस्सों में फैल जाएंगे। यह हर किसी की समस्या है।’