Pervez Musharraf Haveli: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति (Pakistan Former President) परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) का रविवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है। भारत के साथ युद्ध लड़ने वाले परवेज का दिल्ली के साथ गहरा कनेक्शन था। विभाजन के बाद परवेज मुशर्रफ का परिवार पाकिस्तान चला गया था, लेकिन आज भी दिल्ली के दरियागंज में उनकी हवेली है। राष्ट्रपति रहते हुए जब परवेज मुशर्रफ एक बार भारत आए थे, तो उन्होंने हवेली से जुड़ी अपनी पुरानी यादें ताजा की थीं।
विभाजन से पहले दिल्ली में रहता था परवेज का परिवार
परवेज मुशर्रफ का जन्म 11 अगस्त 1943 को दिल्ली के दरियागंज में हुआ था। विभाजन से पहले तक उनका परिवार यहीं रहा करता था और उनके परिवार के लोगों ने भारत की ही प्रमुख यूनिवर्सिटियों से पढ़ाई की थी। लेकिन 1947 में विभाजन के दौरान उनका परिवार पाकिस्तान चला गया। हालांकि, परिवार के कुछ लोग पाकिस्तान नहीं गए और उन्होंने यहीं पर रहने का फैसला किया। आज भी उनके रिश्तेदार दिल्ली में रहते हैं।
हवेली के एक हिस्से में रहते हैं रिश्तेदार
इसे नहर वाली हवेली के रूप में जाना जाता है। दरियागंज इलाके में गोला मार्केट की प्रताप गली में आज भी यह हवेली देखी जा सकती है। हवेली को अब एक आवासीय परिसर में बदल दिया गया है। इसे 8 खंडों में बांट दिया गया है, जिसमें 40 दुकानें, घर और व्यवसायिक परिसर शामिल हैं, जबकि एक हिस्से में परवेज के कुछ रिश्तेदार भी रहते हैं और एक हिस्सा गोलचा सिनेमा के तहत आता है।
परवेज मुशर्रफ ब्रिटिश काल में बड़े अधिकारी थे और उनकी मां बेगम जरीन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ी हैं। साल 2005 में जब वे भारत आई थीं। उनके परिवार का भारत के साथ काफी लगाव रहा है। साल 2005 में जब उनकी मां भारत आई थीं, तो वे लखनऊ, दिल्ली और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी गईं और अपनी पुरानी यादें ताजा कीं। उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी और एएमयू से अपनी ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई की थी। हालांकि, परवेज मुशर्रफ ने अपनी पढ़ाई पाकिस्तान से ही की क्योंकि उनके जन्म के 4 साल बाद ही परिवार पाकिस्तान चला गया था।
बता दें कि परवेज मुशर्रफ का रविवार को दुबई में निधन हो गया। वे एमाइलॉयडोसिस बीमारी से ग्रसित थे। इस बीमारी में एमाइलॉयड नाम का प्रोटीन शरीर के अंगों में बनने लगता है, जिसके कारण बॉडी पार्ट्स काम करना बंद कर देते हैं। यह बीमारी सबसे ज्यादा हार्ट, किडनी, लीवर, स्प्लीन और नर्वस सिस्टम पर असर डालता है।