पठानकोट वायुसेना अड्डे पर हमले से जुड़े ‘कुछ संदिग्धों’ को सुरक्षा एजंसियों ने बहावलपुर जिले से गिरफ्तार किया है। यह जिला प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का गृह नगर है। पाकिस्तानी खबरिया चैनल एआरवाइ न्यूज ने खबर दी है कि इस सिलसिले में ‘कुछ गिरफ्तारियां’ हुई हैं लेकिन पुलिस ने पठानकोट हमले के सिलसिले में कोई पुष्टि नहीं की। चैनल ने खबर दी, ‘पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर हमले के सिलसिले में भारत की तरफ से मुहैया कराए गए साक्ष्यों के आधार पर खुफिया एजंसियों ने बहावलपुर से कुछ संदिग्धों को उठाया है और पूछताछ के लिए उन्हें अज्ञात स्थान पर ले गई है।’
रीजनल पुलिस ऑफिसर (आरपीओ बहावलपुर) अहसान सिद्दिकी ने कहा कि पठानकोट हमले से जुड़ी किसी गिरफ्तारी के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘पठानकोट घटना से जुड़ी किसी गिरफ्तारी के बारे में मुझे जानकारी नहीं है।’
इस्लामाबाद में खुफिया अधिकारियों ने दावा किया कि गुजरांवालां, झेलम और बहावलपुर जिले में छापेमारी की गई और कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा, ‘जांच की जा रही है कि क्या वे हमले में शामिल थे या उनमें से कुछ ने हमले में सहयोग किया।’
पठानकोट आतंकवादी हमले के षड्यंत्रकारियों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई करने के लिए अमेरिका की तरफ से आए दबाव के बाद प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हमलावरों के पाकिस्तान से जुड़े होने के बारे में जांच के लिए हाईप्रोफाइल संयुक्त जांच दल (जेआइटी) के गठन का आदेश दिया है।
भारत की तरफ से साक्ष्य मुहैया कराने के बाद शरीफ ने जेआइटी के गठन की घोषणा की। भारत ने 15 जनवरी को होने वाली विदेश सचिव स्तर की वार्ता को हमला करने वाले आतंकवादियों के खिलाफ इस्लामाबाद की निर्णायक कार्रवाई से जोड़ दिया है।
अखबार ने दावा किया कि हाल में शरीफ की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में जेआइटी के गठन की घोषणा हुई, जिसमें इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी), इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आइएसआइ), मिलिट्री इंटेलीजेंस (एमआइ) के अधिकारी शामिल हैं।
भारत ने हमले के सरगना के रूप में मसूद अजहर की पहचान की है। भारत ने उसके भाई रउफ और पांच अन्य पर हमला करने का आरोप लगाया। दो जनवरी को हुए हमले में सभी छह आतंकवादी मारे गए थे और सात भारतीय सैनिक शहीद हो गए।
भारत ने वायुसेना अड्डे के हमलावरों द्वारा पाकिस्तान में जिन नंबर पर फोन किया गया वह नंबर और अन्य जानकारियां मुहैया कराई हैं। भारत ने इस्लामाबाद से कहा कि अगर वह 15 जनवरी को विदेश सचिव स्तर की वार्ता होने देना चाहता है तो वह इस सूचना के आधार पर कार्रवाई करे।
लाहौर से 400 किलोमीटर दूर बहावलपुर में अजहर की सेमिनरी उस्मान अउ अली पूरी तरह कार्यशील है और भवन में विस्तार करने के साथ ही छात्रों की संख्या 400 से बढ़कर 700 हो गई है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘पठानकोट घटना के सिलसिले में सेमिनरी में कोई छापेमारी नहीं हुई।’ जैश ए मोहम्मद को 2002 में प्रतिबंधित कर दिया गया। बहरहाल वह ‘जमात उल फुरकान’ के नाम से काम करता रहा।
द न्यूज ने बताया कि पाकिस्तान ने आतंकवादी हमले की शुरुआती जांच को पूरा कर लिया है और भारतीय अधिकारियों को रिपोर्ट सौंप दी है। भारत की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। अखबार ने पाकिस्तानी अधिकारियों के हवाले से दावा किया कि भारत की तरफ से दिया गया टेलीफोन नंबर पाकिस्तान में पंजीकृत नहीं है।