पेरिस के लूव्र म्यूजियम में चोरों ने रविवार सुबह धावा बोल दिया। चोरों ने नेपोलियन और महारानी जोसेफिन के गहनों को लूट लिया। चोरी की घटना के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले इस म्यूजियम को दिन भर के लिए बंद कर दिया गया।

यह जानकारी फ्रांस की संस्कृति मंत्री राशिदा दाती ने दी। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

राशिदा दाती ने X पर पोस्ट किया, ‘‘आज सुबह लूव्र म्यूजियम खुलने के समय चोरी की एक घटना हुई।’’ लूव्र म्यूजियम की ओर से कहा गया है कि यह बंद रहेगा हालांकि चोरी के बारे में कोई और जानकारी नहीं दी गई। इस घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। दाती ने कहा कि जांच के दौरान वह मौके पर मौजूद थीं।

दाती ने इमैनुअल मैक्रों सरकार की ओर से म्यूजियम के कर्मचारियों का आभार जताया है।

फ्रांसीसी अखबार Le Parisien की खबर के अनुसार, म्यूजियम में अपराधी उस ओर से घुसे, जहां निर्माण कार्य हो रहा है। उन्होंने अपोलो गैलरी के कमरे तक सीधे पहुंचने के लिए माल ले जाने वाली लिफ्ट का इस्तेमाल किया। अंदर पहुंचने के बाद उन्होंने कांच के डिस्प्ले तोड़कर नेपोलियन और महारानी जोसेफिन के आभूषणों के नौ टुकड़े चुरा लिए।

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पहले भी हुई हैं चोरी और डकैती की कोशिशें

लूव्र म्यूजियम में चोरी और डकैती की कोशिशें पहले भी हुई हैं। साल 1911 में हुई घटना में मोना लिसा की पेंटिंग फ्रेम से गायब हो गई थी, जिसे विन्सेन्जो पेरुगिया नाम के शख्स ने चुरा लिया था।

विन्सेन्जो पेरुगिया पहले इसी म्यूजियम में काम करता था। वह म्यूजियम के अंदर छिप गया और पेंटिंग अपने कोट के नीचे छिपाकर बाहर निकल गया। यह पेंटिंग दो साल बाद फ्लोरेंस में बरामद की गई थी। इस घटना ने लियोनार्डो दा विंची के चित्र को दुनिया की सबसे प्रसिद्ध कलाकृति बनाने में मदद की।

लूव्र में मेसोपोटामिया, मिस्र से लेकर दुनिया भर की प्राचीन वस्तुओं, मूर्तिकला और चित्रकला की 33,000 से अधिक कृतियां रखी गई हैं। इस म्यूजियम में हर दिन 30,000 तक लोग आ सकते हैं।

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