अर्थव्यवस्था, सुरक्षा एवं आतंकवाद से मुकाबले सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा के लिए सोमवार को पाकिस्तान और अमेरिका के बीच एक मंत्री स्तरीय सामरिक वार्ता होगी। यह वार्ता ऐसे समय में होने जा रही है जब भारत के साथ-साथ कुछ अमेरिकी सांसद भी इस्लामाबाद के साथ हुए एफ-16 लड़ाकू विमान करार पर कड़ा विरोध जता चुके हैं।

‘रेडियो पाकिस्तान’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करेंगे जबकि अमेरिकी पक्ष का नेतृत्व विदेश मंत्री जॉन केरी करेंगे। अजीज और केरी की यह मुलाकात सामरिक वार्ता के छठे दौरे के तहत वॉशिंगटन में होने वाली है। सामरिक वार्ता के छह प्रमुख विषयों में अर्थव्यवस्था एवं वित्त…ऊर्जा…शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी…विधि प्रवर्तन एवं आतंकवाद से मुकाबला…सुरक्षा, सामरिक स्थिरता एवं अप्रसार….और प्रतिरक्षा जैसे मामलों में सहयोग शामिल है।

रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा सरकार के सत्ता में आने के बाद यह तीसरी सालाना बैठक होगी। पिछले साल अक्तूबर में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की अमेरिका यात्रा ने वार्ता प्रक्रिया को जरूरी गति दी थी। वार्ता प्रक्रिया की शुरूआत 2010 में हुई थी। लेकिन 2011 में यह तब बाधित हो गई थी जब अमेरिकी सुरक्षा बलों ने आधी रात को की गई छापेमारी में ऐबटाबाद में आतंकवादी संगठन अल-कायदा के मुखिया ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। यह प्रक्रिया 2014 में तब बहाल हुई जब अजीज और केरी ने जनवरी में वॉशिंगटन में मुलाकात की थी।

यह अहम वार्ता ऐसे समय में होने वाली है जब अमेरिका ने भारत के विरोध और कुछ प्रभावशाली अमेरिकी सांसदों के ऐतराज के बावजूद पाकिस्तान को 70 करोड़ अमेरिकी डॉलर की लागत से आठ एफ-16 लड़ाकू विमान बेचने का ऐलान किया है। केरी ने ओबामा प्रशासन के इस फैसले का बचाव करते हुए दलील दी थी कि ये लड़ाकू विमान आतंकवादियों के खिलाफ पाकिस्तान की लड़ाई का एक ‘‘अहम’’ हिस्सा है।