पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की सजा पर आईसीजे में उसका मामला ‘‘ बहुत मजबूत ’’ है। जाधव को पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने जासूसी और आतंकवाद के आरोपों पर मौत की सजा सुनाई थी। भारत ने 48 वर्षीय जाधव को मिली सजा के बाद पिछले साल मई में अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (आईसीजे) का रुख किया था। आईसीजी की 10 सदस्यीय पीठ ने मामले पर फैसला सुनाने तक 18 मई 2017 को पाकिस्तान को जाधव को सजा देने से रोक दिया था। पाकिस्तान के विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने अपनी साप्ताहिक ब्रीफिंग में कहा कि आईसीजे में दोनों पक्ष की दलीलें पूरी हो गई हैं और अब औपचारिक सुनवाई शुरू होगी। फैजल ने दावा किया आईसीजे में जाधव के संबंध में भारत के खिलाफ हमारा मामला बेहद मजबूत है। उसे हमारी सरजमीं पर जासूसी , विध्वंसक और आतंकवादी गतिविधियों में रंगे हाथ पकड़ा गया था।
आपको बता दें कि इसी साल जनवरी में पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक उच्चस्तरीय बैठक के दौरान कुलभूषण जाधव का मुद्दा उठाया था। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थाई प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने अफगानिस्तान पर परिषद की बैठक के दौरान कहा, “जो लोग आतंकवाद को लेकर मानसिकता बदलने की बात करते हैं, उन्हें मेरे देश के खिलाफ विनाश का अपना रिकॉर्ड देखने की जरूरत है।
पकड़े गए एक भारतीय जासूस की गिरफ्तारी से यह साफ है और इस पर कोई संशय भी नहीं है। हालांकि, मलीहा ने यहां किसी के नाम का उल्लेख नहीं किया। उनका यह बयान अफगानिस्तान पर परिषद की बैठक में भारत के बयान पर प्रतिक्रियास्वरूप था, जिसमें भारत ने कहा था कि भारत उसी पाकिस्तानी मानसिकता का शिकार है, जो हर दिन अफगानिस्तान में आतंकवादी हमलों को बढ़ावा दे रही है।

