पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के कारण पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। विवादों में घिर गए सिद्धू के समर्थन में अब खुद इमरान खान सामने आए हैं और उन्होंने यह कहा है कि जो लोग पंजाब के मंत्री की आलोचना कर रहे हैं वे इस उपमहाद्वीप में शांति को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसके साथ ही इमरान खान ने क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू को शांति का दूत भी बताया है।

सिद्धू 18 अगस्त को पाकिस्तान में इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे थे। पाकिस्तान जाने के उनके फैसले और वहां उनके सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिलने पर उनकी विपक्ष और यहां तक उनकी अपनी पार्टी कांग्रेस ने आलोचना की एवं नाखुशी प्रकट की थी। सिद्धू ने अपने फैसले का बचाव करने के लिए आज यानी मंगलवार (21 अगस्त) को चंडीगढ़ में संवाददाता सम्मेलन किया।

सिद्धू के प्रेस कॉन्फ्रेंस के तुरंत बाद खान ने ट्वीट किया, ‘मेरे शपथ ग्रहण समारोह के लिए पाकिस्तान आने पर मैं सिद्धू को धन्यवाद देना चाहता हूं। वह शांति के राजदूत हैं और पाकिस्तान की जनता ने उन्हें प्यार और स्रेह दिया।’ उन्होंने लिखा, ‘भारत में जिन लोगों ने उन्हें निशाना बनाया है, वे इस उपमहाद्वीप में शांति को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा रहे हैं, बिना शांति के हमारे लोग तरक्की नहीं कर सकते।’ उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने के लिए पाकिस्तान और भारत को अवश्य बातचीत करनी चाहिए तथा कश्मीर मुद्दे समेत सभी विवादों का समाधान करना चाहिए। खान ने कहा, ‘इस उपमहाद्वीप में गरीबी दूर करने और लोगों के उत्थान का सबसे अच्छा तरीका बातचीत के माध्यम से विवादों का समाधान और व्यापार शुरु करना है।’

आपको बता दें कि सिद्धू ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि पाकिस्तान की उनकी यात्रा राजनीतिक नहीं बल्कि एक दोस्त के बुलावे पर की गयी यात्रा थी। इसके साथ ही उन्होंने यह कहा कि इससे पहले भी दोनों देशों के बीच शांति के लिए कई प्रयास किए जा चुके हैं। सिद्धू ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी भी जब प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने भी शांति को लेकर कई प्रयास किए थे। वह दोस्ती की बस लेकर लाहौर गए थे। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए भी सिद्धू ने कहा कि उन्होंने नवाज शरीफ को अपने शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया था और वह अचानक लाहौर भी गए थे।

(एजेंसी के इनपुट के साथ)