प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साल 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद जब पहली बार अमेरिका के दौरे पर गए थे, तो वहां रहने वाले भारतीय अमेरिकी समुदाय ने पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया था, जिसकी काफी चर्चा हुई थी। अब खबर आयी है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी अपने पहले अमेरिकी दौरे में ऐसा ही कुछ करना चाहते हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान 21 जुलाई से शुरु होने वाली अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान अमेरिका में ‘मोदी स्टाइल’ एक रैली करना चाहते हैं। इस रैली में अमेरिका में रहने वाले पाकिस्तानी समुदाय के जुटने की बात कही जा रही है।

डोनाल्ड ट्रंप को लुभाने की कोशिश!: इमरान खान की यह रैली वॉशिंगटन डीसी के कैपिटल वन एरेना मे आयोजित हो सकती है। यह रैली 21 जुलाई को प्रस्तावित है, वहीं इमरान खान की डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात 22 जुलाई को होनी है। ऐसे में माना जा रहा है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री अपनी प्रस्तावित रैली से डोनाल्ड ट्रंप को प्रभावित करने की कोशिश कर सकते हैं। इसके अलावा पाकिस्तान ने बुधवार को हाफिज सईद को भी गिरफ्तार कर अमेरिका को यह जताने की कोशिश की है कि वह आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।

भारी पड़ सकती है कोशिशः हालांकि इमरान खान की यह कोशिश उन्हें भारी भी पड़ सकती है। दरअसल अमेरिका में करीब 5 लाख पाकिस्तानी या पाकिस्तानी मूल के लोग रहते हैं। लेकिन समस्या ये है कि सभी लोग इमरान खान की पार्टी तहरीक ए इंसाफ के समर्थक नहीं हैं। इनमें से कुछ मुहाजिर, कुछ बलोच तो कुछ पीपीपी या पीएमएल (नवाज) के समर्थक हैं। ऐसे में रैली में दूसरी पार्टियों के समर्थकों द्वारा विरोध प्रदर्शन भी किया जा सकता है, जिससे पाकिस्तान की किरकिरी भी हो सकती है।

पाकिस्तान आर्मी चीफ भी होंगे साथः इमरान खान के साथ अमेरिका दौरे पर जाने वाले लोगों में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, व्यापार और निवेश सलाहकार रज्जाक दाऊद, वित्त सलाहकार हफीज पाशा और सरकार के कुछ अन्य मंत्री और अधिकारी शामिल हैं। इन सभी के अलावा पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा, आईएसआई चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद और आईएसपीआर प्रमुख मेजर जनरल आसिफ गफूर भी अमेरिका दौरे पर जाएंगे। माना जा रहा है कि अमेरिका के साथ असल बातचीत आर्मी चीफ ही करेंगे और इमरान खान वहां सिर्फ जनता की चुनी हुई सरकार का प्रतिनिधित्व करने जा रहे हैं।