आतंकवाद के मसले को लेकर भारत की ओर से पाकिस्तान से सख्त संदेश दिया गया है। भारत साफ कह चुका है कि जब तक पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद को खत्म करने के लिए सख्त कदम नहीं उठाए जाएंगे, उससे बातचीत नहीं की जाएगी। 2019 में पाक अधिकृत कश्मीर के बालाकोट में भारत ने एयर स्ट्राइक की थी। एयर स्ट्राइक के चार साल बाद पाकिस्तान की ओर से बातचीत की पेशकश की गई है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि अगर भारत गंभीर मुद्दों पर बातचीत चाहता है तो उसके लिए हम भी तैयार हैं।

पाकिस्तान के बदले तेवर

पाकिस्तान के पीएम शरबाज शरीफ 1 अगस्त को इस्लामाबाद में पाकिस्तान खनिज शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करने पहुंचे थे। ‘डस्ट टू डेवलपमेंट’ के नारे के तहत आयोजित इस बैठक का मुख्य उद्देश्य नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में विदेशी निवेश लाना था। इस कार्यक्रम में पाकिस्तान के हालात को लेकर चर्चा की जानी थी लेकिन बीच में भी भारत का मुद्दा छेड़ दिया गया। शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान और भारत दोनों ही गरीबी और बेरोजगारी से जूझ रहे हैं। ऐसे हालत में युद्ध कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर भारत की ओर से गंभीर मुद्दों पर बात की जाती है तो वह भी इसके लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि 75 साल में हमने 3 युद्ध लड़े हैं। इससे गरीबी और बेरोजगारी को भी बढ़ावा मिला है। बता दें कि भारत के साथ हुए तीनों ही युद्ध में पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा है।

भारत की पाक को दो टूक

बता दें कि भारत पहले ही पाकिस्तान को साफ कह चुका है कि जब तक वह आतंकवाद पर लगाम नहीं लगाता है, उसके साथ बातचीत नहीं की जाएगी। शहबाज शरीफ की ओर से बाततीच की पेशकश के बाद भी भारत ने अब तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। बता दें कि पाकिस्तान इन दिनों गृह युद्ध जैसे हालात और आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। आईएमएफ का रुख भी पाकिस्तान को लेकर सख्त है। कई देशों ने पाकिस्तान से सिर्फ इसलिए दूरी बना ली है कि वह भारत के साथ अपने संबंध खराब करना नहीं चाहते हैं। पाकिस्तान में वर्तमान सरकार का कार्यकाल 12 अगस्त को खत्म हो रहा है। इससे पहले आए इस बयान को सिर्फ चुनावी एजेंडा ही माना जा रहा है।