पाकिस्तान जो अब तक भारत को बार-बार परमाणु हमले की धमकियां देकर डराने की कोशिश करता रहा है, उसकी अब सारी हेकड़ी उतर गई है। ताजा बयान में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खुद ही मान लिया है कि भारत के साथ परमाणु टकराव की कोई संभावना नहीं है। ये वही पाकिस्तान है जो हाल ही में हुए भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान बार-बार अपनी न्यूक्लियर ताकत की धौंस दिखा रहा था। अब जब भारत ने जवाब में पाकिस्तान के कब्जे वाले (PoK) कश्मीर तक जाकर आतंकी ठिकानों पर हमला कर दिया, तो उसको अहसास हो गया कि अब गीदड़भभकी से कुछ नहीं होगा।

शरीफ ने इस्लामाबाद में छात्रों से बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान का परमाणु कार्यक्रम सिर्फ देश की सुरक्षा के लिए है, ना कि किसी पर हमला करने के लिए। उन्होंने कहा कि ये हथियार शांति बनाए रखने और देश की रक्षा के मकसद से हैं। ये बात उन्होंने तब कही, जब भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकियों के अड्डों पर जोरदार कार्रवाई की।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद से डरा पाकिस्तान

भारत के ऑपरेशन सिंदूर में जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के गढ़ माने जाने वाले बहावलपुर तक को निशाना बनाया गया। इसके अलावा नौ अलग-अलग आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना ने सटीक हमले किए। इस दौरान पाकिस्तानी सेना की तरफ से जवाब देने की कोशिशें भी हुईं, लेकिन भारतीय कार्रवाई से पाकिस्तान की हालत पतली हो गई। खुद पाकिस्तान मान रहा है कि इसमें उसके 55 लोग मारे गए।

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तनाव बढ़ा तो पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने एक और धमकी दी कि अगर हालात बेहद खराब हुए, तभी वो परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर विचार करेंगे। इसी बीच आईएसआई के पूर्व डीजी जावेद अशरफ काजी ने एक बयान दिया जो और चर्चा में रहा। उन्होंने कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध होता है, तो इसका असर सिर्फ दोनों देशों तक सीमित नहीं रहेगा – पूरा दक्षिण एशिया उसकी चपेट में आ सकता है। उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान पर गिराए गए परमाणु बमों का हवाला देकर डर फैलाने की कोशिश की।

लेकिन भारत पहले ही साफ कर चुका है कि अब पाकिस्तान का ये ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल’ चलने वाला नहीं है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही कह चुके हैं कि अगर सीमा पार से कोई आतंकी हमला होता है तो उसे सीधा युद्ध माना जाएगा और उसका जवाब उसी अंदाज में दिया जाएगा। मोदी का ये संदेश साफ था – अब धौंस और धमकी से कुछ नहीं होगा।

पाकिस्तान की तरफ से जितनी भी बार धमकी दी जाती है, अब वो बेअसर हो चुकी है। क्योंकि भारत अब सिर्फ बात नहीं करता, जरूरत पड़ी तो सीधा एक्शन लेता है। और यही एक्शन पाकिस्तान की हेकड़ी निकालने के लिए काफी साबित हो रहा है।