पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने ‘सबूतों के बिना’ पाकिस्तान पर दोषारोपण करने को लेकर भारत की निंदा की और दावा किया कि उरी में हुआ आतंकवादी हमला कश्मीर में हालात को लेकर लोगों की ‘प्रतिक्रिया’ का परिणाम हो सकता है। शरीफ ने शुक्रवार (23 सितंबर) को लंदन में संवाददाताओं से कहा, ‘उरी हमला कश्मीर में ज्यादतियों की प्रतिक्रिया हो सकता है क्योंकि पिछले दो महीनों में मारे गए लोगों और अपनी आंखें गंवाने वाले लोगों के प्रियजन एवं निकट संबंधी आहत एवं गुस्से में हैं।’ शरीफ संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में भाग लेने के बाद न्यूयॉर्क से आते समय लंदन में रुके थे।

शरीफ ने कहा कि भारत ने बिना किसी जांच के पाकिस्तान को जल्दबाजी में दोषी ठहरा दिया। उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान को ‘बिना किसी सबूत’ के जिम्मेदार ठहराकर ‘गैरजिम्मेदाराना तरीके’ से व्यवहार किया। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्टों में शरीफ के हवाले से कहा गया, ‘भारत कोई जांच किए बिना उरी घटना के चंद घंटों बाद पाकिस्तान पर आरोप कैसे लगा सकता है।’ उन्होंने आरोप लगाया कि ‘पूरी दुनिया’ कश्मीर में ‘भारत के अत्याचारों के बारे में जानती है’ जहां ‘अब तक करीब 108 लोग मारे जा चुके हैं और 150 लोग आंखें गंवा चुके हैं और हजारों लोग घायल हुए हैं।’

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने ‘निर्दोष कश्मीरियों के खिलाफ की जा रही’ कथित ‘ज्यादतियों’ पर जोर देते हुए कहा कि पाकिस्तान पर आरोप लगाने से पहले भारत को कश्मीर में ‘अपनी नृशंस भूमिका’ को देखना चाहिए। उन्होंने भारत से कहा कि वह कश्मीरियों की ‘हत्या’ के मामले में जांच करे। शरीफ ने कहा कि जम्मू-कश्मीर विवाद के समाधान के बिना क्षेत्र में स्थाई शांति स्थापित करना असंभव है। उल्लेखनीय है कि गत रविवार की सुबह कश्मीर के उरी में उच्च सुरक्षा वाले सैन्य शिविर पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के हमले में 18 जवान शहीद हो गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इस निंदनीय कृत्य को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान में राजनयिक स्तर पर तनाव पैदा हो गया है। दोनों पक्ष एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं।