कश्मीर में हिंसा पर ‘चुप्पी साधने’ के लिए विपक्ष की आलोचना झेल रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीर में हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मौत पर ‘हैरत’ जताते हुए इसके विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ ‘अत्यधिक’ बल प्रयोग की भर्त्सना की है। लंदन से ओपन हार्ट सर्जरी करवाकर लौटे शरीफ ने सोमवार (11 जुलाई) देर रात बयान जारी कर कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों की कार्रवाई की निंदा की।
शरीफ के कार्यालय से जारी इस वक्तव्य में कहा गया, ‘कश्मीरी नेता बुरहान वानी समेत घाटी के अन्य नागरिकों के भारतीय सेना और अर्द्धसैनिक बलों के हाथों मारे जाने पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को गहरा सदमा पहुंचा है।’ शरीफ ने कहा है कि वानी की मौत के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ ‘अत्यधिक और गैरकानूनी ढंग से बल प्रयोग किया गया है जो निंदनीय है।’ उन्होंने कहा, ‘इस तरह के दमनकारी कदम जम्मू-कश्मीर की जनता को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संकल्पों के आलोक में आत्म निर्णय के उनके अधिकारों का इस्तेमाल करने से विचलित नहीं कर सकते हैं।’
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कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को नजरबंद किए जाने पर चिंता जाहिर करते हुए शरीफ ने कहा कि भारत को अपने मानवाधिकार दायित्व और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संकल्पों के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन करना चाहिए। सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों के बाद मौत का आंकड़ा 23 तक पहुंच चुका है। बीते शुक्रवार (8 जुलाई) को हिज्बुल के कमांडर वानी की मुठभेड़ में मौत के बाद अलगाववादी प्रायोजित हड़ताल के बाद घाटी में कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लगा दिए गए थे जिसके बाद सोमवार (11 जुलाई) को तीसरे दिन भी यहां सामान्य जन-जीवन प्रभावित रहा।
सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाईज उमर फारूक और मोहम्मद यासीन मलिक समेत ज्यादातर अलगाववादी नेताओं को या तो हिरासत में ले लिया गया है या नजरबंद कर दिया गया है। पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने आरोप लगाया कि ‘शरीफ और मोदी की दोस्ती’ से कश्मीर मुद्दे को जो ‘नुकसान’ पहुंच रहा है उसकी कभी भरपाई नहीं हो सकेगी।
बिलावल ने रविवार (10 जुलाई) एक वक्तव्य जारी कर कहा कि, ‘एक ओर जहां सारी दुनिया के मुस्लिम ईद-उल-फितर मना रहे थे वहीं हमारे कश्मीरी भाइयों ने त्यौहार का यह दिन भारतीय सेना की हिंसक कार्रवाई के बीच गुजारा।’ उन्होंने शरीफ पर अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी को ‘दोस्ती का प्रमाण पत्र’ देकर विदेश नीति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘शरीफ भारतीय प्रधानमंत्री के साथ नजदीकी बढ़ाकर कश्मीर मुद्दे को जोखिम में डाल रहे हैं।’