पाकिस्तान में नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर विचार करने के लिए 25 मार्च को सत्र बुलाने की घोषणा की है। मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के करीब 100 सांसदों ने आठ मार्च को नेशनल असेंबली सचिवालय को अविश्वास प्रस्ताव दिया था। इसमें आरोप लगाया गया है कि इमरान नीत पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार देश में आर्थिक संकट और मुद्रास्फीति के लिए जिम्मेदार है।
अध्यक्ष ने पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 54 (3) और 254 के तहत प्रदत्त शक्ति के तहत सत्र बुलाया है। सचिवालय ने रविवार को अधिसूचना जारी कर अहम सत्र को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी। विपक्ष ने कानूनी आवश्यकताओं के अनुसार 21 मार्च तक सत्र बुलाने की मांग की थी। अधिसूचना के अनुसार- सत्र शुक्रवार को सुबह 11 बजे शुरू होगा। यह मौजूदा नेशनल असेंबली का 41 वां सत्र होगा।
संसद का निचला सदन प्रधानमंत्री के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर 25 मार्च को विचार करेगा। अगर इस प्रस्ताव को सदन औपचारिक रूप से स्वीकार कर लेता है तो तीन से सात दिनों के बीच मतदान कराया जा सकता है। सरकार और विपक्ष दोनों स्थिति को अपने पक्ष में करने के लिए भरसक कोशिश कर रहे हैं। 69 वर्षीय इमरान खान गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। अगर कुछ सहयोगी दल पाला बदलने का फैसला करते हैं तो उन्हें हटना पड़ सकता है।
इमरान खान को हटाने के लिए विपक्ष को 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में 172 वोटों की जरूरत है। उनकी पार्टी के सदन में 155 सदस्य हैं। सरकार में बने रहने के लिए उन्हें कम से कम 172 सांसदों की जरूरत है। उधर इमरान ने विपक्ष पर उनकी पार्टी के सांसदों को खरीदने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि एक तरफ बड़े-बड़े डाकू इकट्ठे हो गए हैं, दूसरी तरफ वो हैं जिसने 25 साल इन डाकुओं के खिलाफ जद्दोजहद की है। मुल्क की जनता को खुद फैसला लेना होगा।