पाकिस्तान ने शुक्रवार (14 अक्टूबर) को दावा किया कि कश्मीर में ‘मानवाधिकारों के उल्लंघन’ को उजागर करते हुए उसने जो कूटनीति आक्रामकता दिखाई है उसकी वजह से भारत ‘परेशान’ हो गया है। पाकिस्तानी विदेश विभाग के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने यह भी आरोप लगाया कि भारत कश्मीर से ‘ध्यान भटकाने’ के लिए नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ‘परेशान’ है क्योंकि पाकिस्तान ने कश्मीर में हालात को लेकर नई दिल्ली का ‘पर्दाफाश करने’ के लिए कूटनीतिक अभियान की शुरुआत की है।

रेडियो पाकिस्तान के अनुसार जकारिया ने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘पड़ोसी देशों के मामलों में दखल और नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम के उल्लंघन भारत की परेशानी का सूचक है।’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर में हालात का मुद्दा सभी स्तरों पर प्रभावी ढंग से उठाया है। जकारिया ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर में ‘मानवाधिकारों के उल्लंघन और भारतीय अत्याचारों’ को दुनिया भर में उजागर करना जारी रखेगा।

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि भारत संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की ‘तथ्यान्वेषी मिशन’ का कश्मीर रवानगी में बाधा पैदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत की ओर से लक्षित हमले को लेकर किया गया दावा उन कई ‘झूठ’ में से एक है जो नयी दिल्ली विश्व समुदाय को बताता आ रहा है।