पाकिस्तान ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को अगले महीने होने वाले करतारपुर गलियारे के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। प्रधानमंत्री इमरान खान के कहने पर सिद्धू को न्यौता भेजा गया है। पाकिस्तानी सीनेटर फैसल जावेद खान ने खान के निर्देश पर कांग्रेस नेता से बात की और उन्हें आमंत्रित किया है।

बता दें कि यह कॉरिडोर करतारपुर स्थित दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक से जोड़ेगा जिससे भारतीय श्रद्धालु वीजा मुक्त आवाजाही कर सकेंगे। करतारपुर जाने वाले श्रद्धालुओं को केवल परमिट लेना होगा। भारतीय सिख श्रद्धालुओं के लिए पाकिस्तान इस कॉरिडोर को नौ नवंबर को खोलेगा। इस गलियारे के जरिए प्रतिदिन 5,000 भारतीय तीर्थयात्री गुरुद्वारा दरबार साहिब जा सकेंगे, जहां गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष बिताए थे।

मालूम हो कि यह पहला मौका नहीं है जब सिद्धू को पाकिस्तान की तरफ से किसी समारोह के लिए आमंत्रित किया गया हो। इससे पहले सिद्धू पिछले साल करतारपुर साहिब कॉरिडोर की आधारशिला रखे जाने के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस दौरान वह पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से एक कार्यक्रम के दौरान गले भी मिले थे जिसपर काफी विवाद हुआ था और कांग्रेस नेता को सफाई तक देनी पड़ी थी।

पाकिस्तान उद्घाटन समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आमंत्रित करने का फैसला किया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। पाकिस्तान ने गुरु नानक देवजी की 550 वीं जयंती के अवसर पर 50 रुपए का एक स्मारक सिक्का जारी किया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक फेसबुक पोस्ट में सिक्के की तस्वीर साझा की।

खान ने कहा, ‘‘पाकिस्तान ने गुरु नानक देवजी की 550वीं जयंती के अवसर पर स्मारक सिक्का जारी किया।’’ खान नौ नवंबर को करतारपुर गलियारे का उद्घाटन करेंगे जिससे पहले यह सिक्का जारी किया गया है। इससे पहले खान ने सोमवार को ननकाना साहिब में बाबा गुरु नानक विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी।

साल 2019, सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550 वीं जयंती का वर्ष है, जिनका जन्म पाकिस्तान स्थित श्री ननकाना साहिब में हुआ था। शरणार्थी न्यास संपत्ति बोर्ड (ईपीटीबी) के अध्यक्ष डॉ आमिर अहमद ने एक्सप्रेस ट्रिब्यून को बताया कि अगले महीने गुरुद्वारा करतार साहिब आने वाले तीर्थयात्री इन स्मारक सिक्कों को खरीद सकेंगे। इस मौके पर एक आठ रुपये मूल्य का डाक टिकट भी जारी किया जाएगा जिसमें गुरुद्वारा जन्म स्थान का चित्र होगा।

भारत और पाकिस्तान ने पिछले नवंबर में ऐतिहासिक गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत के साथ जोड़ने के लिए करतारपुर गलियारा बनाने पर सहमति जताई थी। इसके तहत पाकिस्तान के कस्बे करतारपुर को पंजाब के गुरुदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक के साथ जोड़ा जाएगा। गुरुद्वारा दरबार साहिब गुरु नानक देवजी का अंतिम विश्राम स्थल है। करतारपुर साहिब रावी नदी के पार पाकिस्तान के नरोवाल जिले में स्थित है और डेरा बाबा नानक से इसकी दूरी लगभग चार किलोमीटर है।

(भाषा इनपुट्स के साथ)