पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने हाल ही में घोषणा की कि अमेरिका, यूके और कनाडा के सिख श्रद्धालुओं को अब पाकिस्तान में उनके धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए मुफ्त ऑनलाइन वीजा केवल 30 मिनट में मिल सकेगा। यह सुविधा उन सिखों के लिए भी उपलब्ध होगी, जो भारतीय मूल के हैं और इन तीन देशों में रहते हैं।

लाहौर में 44 सदस्यीय विदेशी सिख श्रद्धालुओं से मिले मंत्री

यह घोषणा नकवी ने लाहौर में 44 सदस्यीय विदेशी सिख श्रद्धालुओं के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान की। नकवी ने श्रद्धालुओं का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा कि पाकिस्तान सरकार ने सिख समुदाय के लिए वीजा प्रक्रिया को आसान बना दिया है। इसके तहत अब सिख श्रद्धालु अपने देश से ही ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और बिना किसी शुल्क के 30 मिनट के भीतर वीजा प्राप्त कर सकते हैं। नकवी ने कहा कि पहले श्रद्धालुओं को वीजा प्रक्रिया में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब इस नई सुविधा के जरिए उनकी यात्रा को सुगम बनाया गया है।

मंत्री ने कहा – सिख समुदाय का पाकिस्तान में स्वागत है

नकवी ने सिख समुदाय को आश्वासन दिया कि वे पाकिस्तान में कभी भी आ सकते हैं, और हर बार उनका स्वागत किया जाएगा। उन्होंने कहा, “जैसे सऊदी अरब मुसलमानों के लिए पवित्र है, वैसे ही पाकिस्तान सिख समुदाय के लिए है।” नकवी ने यह भी ऐलान किया कि अब सिखों के कई धार्मिक स्थलों को बिना किसी विशेष अनुमति के दर्शनार्थ खोल दिया जाएगा।

मोहसिन नकवी ने अपनी योजना साझा करते हुए बताया कि उनकी सरकार का लक्ष्य है कि पाकिस्तान आने वाले सिख श्रद्धालुओं की संख्या को बढ़ाकर सालाना एक लाख से दस लाख तक पहुंचाया जाए। इसमें खासतौर से युवा पीढ़ी को आकर्षित करने पर जोर दिया जाएगा। इस नई नीति से सिख समुदाय में उत्साह का माहौल है। सिख प्रतिनिधिमंडल ने नकवी के मेहमानवाजी की सराहना की और कहा, “आपने हमारे दिल जीत लिए हैं।”

इस मौके पर नकवी ने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने अपने वीजा नियमों में बड़ा बदलाव किया है। अब 124 देशों के नागरिकों के लिए वीजा शुल्क पूरी तरह से माफ कर दी गई है। यह नीति पाकिस्तान को एक आकर्षक पर्यटन और निवेश स्थल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पाकिस्तान ने 14 अगस्त से इन देशों के नागरिकों के लिए यह सुविधा शुरू कर दी है।

इस पहल का उद्देश्य विश्वभर से पर्यटकों को आकर्षित करना और पाकिस्तान की सांस्कृतिक धरोहर से लोगों को परिचित कराना है। नकवी की इस घोषणा के बाद सिख समुदाय में खुशी की लहर दौड़ गई है, और इसे उनके धार्मिक स्थलों की यात्रा को प्रोत्साहित करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।