बांग्लादेश के बाद अब पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी हालात तेजी से बदल रहे हैं। पिछले साल मई में हुए भारी बवाल के बाद से जेल में बंद पूर्व पीएम इमरान खान के हजारों समर्थक फिर सड़क पर उतर आए हैं। इमरान समर्थक खैबर पख्तूनख्वा, सिंध और पंजाब आदि इलाकों से इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहे हैं। खैबर पख्तूनख्वा के सीएम अली अमीन गंदापुर के नेतृत्व में होने वाले प्रदर्शन हजारों की संख्या में लोगों के पहुंचने की संभावना जताई गई है। प्रशासन पहले ही रैली के लिए जारी की गई एनओसी को रद्द कर चुका है। इमरान समर्थकों को रोकने के लिए भारी संख्या में फोर्स की तैनाती की गई है।
इस्लामाबाद में धारा-144 लागू
इमरान समर्थकों को रोकने के लिए पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने इस्लामाबाद में धारा-144 लागू कर दी है। बता दें कि पंजाब प्रांत रैली के लिए इमरान खान की पार्टी पीटीआई के समर्थक पिछले काफी समय से इस्लामाबाद में जुटने के लिए इजाजत मांग रहे थे। पहले इसके लिए एनओसी जारी की गई लेकिन बाद में रद्द कर दी गई। इसके बाद इमरान समर्थकों ने 22 अगस्त को रैली का ऐलान कर दिया। इमरान समर्थकों को रोकने के लिए इस्लामाबद के सभी रास्ते सील कर दिए गए हैं। प्रमुख रास्तों को कंटेनर से बंद कर दिया गया है।
बड़े बवाल की आशंका
पिछले साल मई में इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में जमकर बवाल हुआ है। सरकार को डर है कि अगर इमरान समर्थकों पर बल प्रयोग किया तो हालात बिगड़े सकते हैं। पिछली बार कई जगहों पर हिंसा और आगजनी की खबरें सामने आई थी। तब हालात पूरी तरह बेकाबू हो गए थे। पुलिस को प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए फायरिंग कक करनी पड़ी। इस हिंसा में कई लोगों को मौत हुई थी। इस बार सरकार फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। खास तौर पर खैबर पख्तूनख्वा इलाके से हजारों की संख्या में इमरान समर्थक इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहे हैं। इस इलाके पर इमरान खान की पार्टी का कब्जा है।
किस मामले में बंद हैं इमरान खान?
इमरान खान को पाकिस्तान की राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने अल कादिर ट्रस्ट केस में गिरफ्तार किया था। इस केस में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी पर अरबों रुपये प्राप्त करने का आरोप लगाया गया है। 50 अरब रुपये की मनी लॉन्ड्रेड राशि को वैध बनाने के लिए रियल एस्टेट फर्म का इस्तेमाल किया गया। इमरान खान उनकी पत्नी बुशरा बीबी और उनके करीबी सहयोगी जुल्फिकार बुखारी और बाबर अवान ने अल-कादिर प्रोजेक्ट ट्रस्ट का गठन किया। ट्रस्ट ने अपने सौदे के हिस्से के रूप में बहरिया शहर में 458 कनाल, 4 मरला और 58 वर्ग फुट की भूमि प्राप्त की। इस 458 कनाल भूमि में से इमरान खान ने अपना हिस्सा तय किया और दान की गई 240 कनाल भूमि बुशरा बीबी की करीबी दोस्त फराह गोगी के नाम पर ट्रांसफर कर दी। सनाउल्लाह ने दावा किया कि इस जमीन के मूल्य को कम करके आंका गया और इमरान खान ने विश्वविद्यालय के नाम पर अपना हिस्सा प्राप्त किया।