पाकिस्तान में हिंदुओं की कम होती आबादी को लेकर हमेशा विवाद की स्थिति रही है। कई रिपोर्ट सामने आ चुकी हैं कि जिनमें कहा गया है कि पाकिस्तान में हिंदू समाज काफी दयनीय स्थिति में है, मानवाधिकारों का उल्लंघन लगातार हो रहा है। अब इस बीच Pakistan Bureau of Statistics (PBS) की रिपोर्ट सामने आई है जो बताती है कि पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी बढ़ गई है।

हिंदुओं की आबादी बढ़ी लेकिन…

रिपोर्ट में लिखा है कि पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी 3.5 मिलियन से 3.8 मिलियन तक पहुंच गई है, यह आंकड़ा 2017 से 2023 के बीच का है। इस तरह से पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समाज बन गया है। लेकिन इसे पूरी सच्चाई नहीं माना जा सकता है, असल में पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी जरूर बढ़ी है, लेकिन उसी कुल आबादी में उनका शेयर कम हो चुका है।

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इसे ऐसे समझ सकते हैं कि पाकिस्तान में वर्तमान में हिंदुओं की आबादी 3.8 मिलियन है, लेकिन कुल आबादी में उनका शेयर घटकर 1.61 फीसती हो चुका है। 2017 तक यह आंकड़ा 1.73 फीसदी बैठता था। दूसरी तरफ ईसाई, सिख जैसे जो दूसरे अल्पसंख्यक समाज के लोग हैं, उनकी सिर्फ आबादी नहीं बढ़ी है बल्कि उनका शेयर भी कुल आबादी में बढ़ा है।

मुस्लिमों का क्या हाल?

    वैसे रिपोर्ट तो यहां तक कहती है कि पाकिस्तान में अब मुस्लिमों की आबादी जरूर कुछ कम हुई है। कुल आबादी में मुस्लिमों का शेयर 96.35 फीसदी दर्ज किया गया है जो 2017 में 96.47 फीसदी था। अब यह फर्क काफी मामूली है और इसका ज्यादा असर नहीं पड़ने वाला है। अब धर्म के आधार पर तो पाकिस्तान की आबाद की सटीक जानकारी मिली ही है, इसके साथ-साथ इस मुस्लिम देश में पुरुषों की आबादी आज भी महिलाओं की तुलना में ज्यादा चल रही है।

    पाकिस्ता में इस समय 124.32 मिलियन पुरुष आाबादी है, वही महिलाओं की संख्या 117.25 मिलियन बैठी है। यह भी कहा गया है कि 2050 तक पाकिस्तान की कुल आबादी दोगुनी हो जाएगी।