पाकिस्तान ने पिछले साल पेशावर में एक स्कूल पर किए गए तालिबान हमले में शामिल चार आतंकियों को बुधवार को फांसी पर लटका दिया। पेशावर के पास कोहट में जेल में चार आतंकियों अब्दुस सलाम, हजरत अली, मुजीबुर रहमान और सबील उर्फ यह्या को फांसी दे दी गई। एक सुरक्षा अधिकारी ने चारों आतंकियों को फांसी दिए जाने की पुष्टि की।

पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने सोमवार को चारों आतंकियों की फांसी के फैसले पर हस्ताक्षर किया था। इससे पहले उनकी याचिका को राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने पिछले महीने ही खारिज कर दिया था। इन सभी को विशेष सैन्य अदालत ने दोषी पाया था। इन अदालतों का गठन पेशावर हमले के बाद किया गया था ताकि आतंकियों से जुड़े मामलों की सुनवाई तेजी से की जा सके।

इस घटना की पहली बरसी 16 दिसंबर से पहले यह फांसी हुई है। पिछले साल पेशावर में तालिबान के बंदूकधारियों ने सेना द्वारा संचालित एक स्कूल पर हमला कर दिया था। इस घटना में लगभग 150 लोग मारे गए थे जिनमें अधिकतर बच्चे थे। इस हमले के बाद पाकिस्तान ने देश में से फांसी पर से रोक को हटा लिया था। तब से अब तक देश भर में 300 लोगों को फांसी पर लटकाया जा चुका है जिस कारण से कई स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कार्यकर्ता चिंतित हैं।