भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में आई तल्खी और सीमा पर तनातनी के बीच चीन ने पाकिस्तान को नसीहत दी है कि वो दूसरे मुल्कों की संप्रभुता का ख्याल रखे। चीन ने कहा है कि “अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के मानदंडों का उल्लंघन करने वाले कार्यों” को वो देखना नहीं चाहता है । पाकिस्तान के रणनीतिक साझीदार देश कहे जाने वाले चीन के विदेश मंत्री को जब पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने फोन किया तो चीनी समकक्ष वांग यी ने बीती रात उन्हें भारतीय संप्रभुता का सम्मान करने की नसीहत दे डाली। बता दें कि दो दिनों के अंदर पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने दूसरी बार चीनी विदेश मंत्री को फोन मिलाया था। इधर, भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने चीनी शहर वुझन में ही दोनों देशों के बीच की स्थिति से रूस और चीन के विदेश मंत्री को अवगत कराया था। माना जाता है कि भारतीय पक्ष की मजबूती की वजह से चीन ने पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाई है।
बता दें कि पाकिस्तानी एयर फोर्स के विमानों ने बुधवार (27 फरवरी) को भारतीय सीमा में घुसकर सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। पाकिस्तान ने यह कोशिश भारतीय एयर फोर्स द्वारा पाकिस्तान के बालकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों और ट्रेनिंग कैम्पों को नेस्तनाबूद करने के एक दिन बाद की थी। पाकिस्तान में स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ टुकड़ी पर आत्मघाती विस्फोट किया था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। हमले के बाद जैश के आतंकियों ने इसकी जिम्मेदारी ली थी।
भारत ने जब इसका कड़ा विरोध जताया और पाकिस्तान से जैश के खिलाफ कार्रवाई की मांग की तो पाकिस्तान ने अनसुना कर दिया। इसके 12 दिन बाद इंडियन एयर फोर्स ने एरियल स्ट्राइक करते हुए जैश के ठिकानों पर तड़के सुबह हमला किया और 350 आतंकियों को मार गिराया। बुधवार को पाकिस्तान ने बदले की कार्रवाई के तहत एफ-16 लड़ाकू विमान से भारत पर बम गिराए थे। जवाबी कार्यवाई में भारत ने पाकिस्तानी F-16 विमान को मार गिराया था। हालांकि, इस दौरान मिग-21 विमान क्रैश हो गया और पायलट अभिनंदन पैराशूट से रेस्क्यू करते पाकिस्तान सीमा में जा गिरे जिन्हें पाकिस्तान ने बंधक बना लिया।