पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार 3 दिन के ढाका दौरे पर जा रहे हैं। इशाक डार बांग्लादेश के दौरे के दौरान बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद युनुस, विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की अध्यक्ष एवं पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया सहित तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात करेंगे।

भारत के लिए चिंताजनक बात यह है कि डार जमात-ए-इस्लामी बांग्लादेश के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। जमात-ए-इस्लामी एक कट्टरपंथी संगठन है और उसका रुख हमेशा से भारत के खिलाफ रहा है। बांग्लादेश की पिछली सरकारों ने आतंकवादी संगठनों से संबंध होने की वजह से इस पर बैन लगा दिया था।

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बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन ने अखबार प्रोथोम अलो को बताया, “कई दूसरे देशों की तरह, हम पाकिस्तान के साथ सामान्य संबंध बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें व्यापार, निवेश और लोगों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने पर फोकस किया जा रहा है।”

तौहीद हुसैन ने कहा कि बीते वक्त में विरोधी माहौल बनाया गया था लेकिन हम अब उसे दूर छोड़ आए हैं हालांकि तीन मुद्दे अभी भी अनसुलझे हैं।

शाहबाज शरीफ से मिले थे मोहम्मद यूनुस

मोहम्मद यूनुस पिछले साल दिसंबर में मिस्र में एक सम्मेलन के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ से मिले थे। यूनुस ने इस साल अप्रैल में पाकिस्तान के साथ बांग्लादेश के संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया था। तब पाकिस्तान की विदेश सचिव आमना बलोच ढाका की यात्रा पर आई थीं।

बीते साल अगस्त में शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के तख्तापलट के बाद ढाका की यात्रा करने वाले डार पाकिस्तान के तीसरे कैबिनेट मंत्री होंगे। पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी इस साल जुलाई में जबकि वाणिज्य मंत्री कमाल खान पिछले हफ्ते ही ढाका पहुंचे थे।

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दूसरी ओर, भारत और बांग्लादेश के संबंध पिछले साल से ही ठीक नहीं हैं। बांग्लादेश ने आरोप लगाया था कि अवामी लीग के सदस्य भारत की जमीन से बांग्लादेश विरोधी काम कर रहे हैं लेकिन भारत ने इसका पुरजोर विरोध किया था।

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