Pakistan General Elections Results 2018: क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। हालांकि, आज से 17 साल पहले ही उन्हें प्रधानमंत्री बनने का ऑफर मिल चुका था लेकिन उन्होंने उसे ठुकरा दिया था और जनता की अदालत से पीएम पद तक पहुंचने की ठानी थी। 17 साल बाद उनका वह मंसूबा कामयाब होता दिख रहा है। एक टीवी इंटरव्यू में इमरान खान ने कबूल किया था कि साल 2001 में तत्कालीन सैन्य तानाशाह जनरल परवेज मुशर्रफ ने उन्हें पीएम पद का ऑफर दिया था लेकिन उन्होंने उसे ठुकरा दिया था और साल 2002 के आम चुनावों में उनकी पार्टी अकेले खड़ी हुई थी। तब वो मियांवली से सांसद चुने गए थे। इससे पहले 1997 के चुनावों में उन्होंने 9 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे लेकिन सभी पर हार हुई थी सात सीटों पर उम्मीदवारों की तो जमानत जब्त हो गई थी।
मौजूदा आम चुनावों में उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सबसे बड़े राजनीतिक दल के तौर पर उभरी है। ताजा चुनावी रुझानों के मुताबिक पीटीआई 119 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी हुई है। आज (26 जुलाई) शाम तक सभी सीटों पर चुनावी परिणाम आने की उम्मीद है। बता दें कि 342 सदस्यों वाली पाकिस्तानी संसद (नेशनल असेंबली) की 272 सीटों पर सीधे सांसदों का चुनाव होता है जबकि 60 पर महिला और 10 पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग बाद में आनुपातिक प्रतिनिधित्व के तौर पर चुने जाते हैं। फिलहाल इमरान खान को बहुमत के लिए 137 सीटों की दरकार है।
क्रिकेट की दुनिया छोड़कर साल 1996 में इमरान खान ने राजनीतिक दल की स्थापना की थी। वो कहते हैं कि पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना उनके रोल मॉडल हैं। जिन्ना ने 1910 में राजनीति शुरू की थी लेकिन सफलता 1937 में मिली थी। 66 साल के इमरान खान भी 22 साल के राजनीतिक संघर्ष के बाद पीएम बनने जा रहे हैं। जावेद मियांदाद की किताब के मुताबिक क्रिकेट के साथी उन्हें ‘मीटर’ कहा करते थे। यानी वो शख्स जो पैसों के पीछे मीटर की तरह भागता रहता है। इमरान खान ने क्रिकेटर रहते हुए ही एक कैंसर अस्पताल बनाने का ख्वाब देखा था। इसके लिए उन पर साथी खिलाड़ियों के पैसे मारने का भी आरोप लग चुका है।