Pakistan General Elections Results 2018: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने की ओर अग्रसर पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान ने चुनावों में मिली बढ़त से गदगद होकर कहा कि वो भारत के साथ रिश्ते सुधारना चाहते हैं। इसके अलावा उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी का अनुसरण करते हुए कहा कि वो सादगीभरा जीवन गुजारेंगे और देश पर आर्थिक बोझ नहीं डालेंगे। इमरान ने कहा कि इस वक्त देश की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। उन्होंने कहा, “पहले के हुक्मरान, रूलिंग एलीट अपने आप पर खर्च करते थे, आज से ये नहीं होगा। हम सादगी से रहेंगे। इतने बड़े प्राइम मिनिस्टर हाउस में नहीं छोटी सी जगह में रहेंगे।” उन्होंने कहा कि वो आवाम के टैक्स की हिफाजत करेंगे। बता दें कि साल 2014 में केंद्र की सत्ता में आने पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी मंत्रियों- अधिकारियों को फिजूलखर्ची रोकने के आदेश दिए थे और सभी से इकोनॉमी क्लास में हवाई सफर करने की सलाह दी थी। जनता द्वारा दिए गए टैक्स के पैसे का भी समुचित इस्तेमाल करने की हिदायत दी थी।
इमरान ने कहा कि देश में गरीबी से लड़ना एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि हमारे सामने चीन एक बड़ा उदाहरण है जिसने पिछले तीस सालों में करीब 70 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। उन्होंने कहा कि यह अप्रत्याशित है। पीटीआई चीफ ने कहा कि कश्मीर लंबे समय से तनाव और संकट झेल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर भारत के हुक्मरान चाहेंगे तो द्विपक्षीय बातचीत से कश्मीर मुद्दा सुलझाया जा सकता है। इमरान ने कहा कि यह उप महाद्वीप के लिए अच्छा रहेगा।
बता दें कि क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान ने अप्रैल 1996 में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की स्थापना की थी। इसके अगले ही साल 1997 में उन्होंने आम चुनाव लड़ा था लेकिन बुरी तरह हार गए थे। इस चुनाव में उन्होंने कुल नौ उम्मीदवार खड़े किए थे लेकिन इनमें से सात की तो जमानत भी जब्त हो गई थी। इसके बाद उन्होंने दूसरा चुनाव 2002 में लड़ा था। इस साल खान मियांवली से सांसद चुने गए। साल 2008 का चुनाव उन्होंने नहीं लड़ा था। उनकी पार्टी ने इसका बहिष्कार कर दिया था। साल 2013 के आम चुनावों में उनकी पार्टी ने नेशनल असेंबली में 34 सीटें जीतीं और खैबर पख्तुनवा राज्य में साझा सरकार बनाई।