पाकिस्तान चुनाव में इमरान खान को समर्थन देने वाले निर्दलीय उम्मीदवार जीत रहे हैं। माना जा रहा है कि सबसे ज्यादा उन्हीं के नेता जीतने वाले हैं, ऐसे में सेना के तमाम प्रयास के बावजूद भी इमरान सत्ता की पार्टी सत्ता में आती दिख ही है। अभी तक जो भी नतीजे सामने आए हैं, उसमें पीटीआई समर्थित उम्मीदवार जीत दर्ज कर रहे हैं। 88 सीटों पर निर्दलीयों की बढ़त बनी हुई है, वहीं नवाज की पार्टी के पास अभी 60 सीटें चल रही हैं। बिलावल की पार्टी 46 सीटों के साथ तीसरे नंबर पर है।

अभी तक बताया जा रहा है कि 210 सीटों पर नतीजे सामने आए हैं, कई और सीटों निर्णय आना बाकी है। लेकिन जो लीड इमरान समर्थित उम्मीदवारों ने बना ली है, उसे देखते हुए कहा जा रहा है कि सेना पर भारी तो पूर्व पीएम ही पड़े हैं। अभी तक पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के आसार तो नहीं दिख रहे हैं, लेकिन त्रिशंकु चुनाव में भी इमरान के उम्मीदवारों का आगे होना बड़ा संदेश दे रहा है।

ये संदेश इसलिए मायने रखता है क्योंकि इस बार खबर थी कि पाकिस्तानी सेना ने नवाज शरीफ पर अपना समर्थन वाला हाथ रखा है. ऐसे में पहले से ही मानकर चला जा रहा था कि नवाज चौथी बार पीएम बनने वाले हैं। लेकिन उस समर्थन के बावजूद भी इमरान के ही निर्दलीयों ने ही कमाल का प्रदर्शन कर दिया है। जनता का उन्हें भरपूर समर्थन मिला है, कई जगहों पर बड़े अंतर से जीत दर्ज की गई है।

अब समर्थन किसी और को मिल रहा है, लेकिन सरकार बनाने का दावा नवाज शरीफ पेश कर रहे हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तान की जनता के जख्म वे ही भरने वाले हैं। उन्होंने जोर देकर बोला है कि उनकी पार्टी सिंगल लारजेस्ट बन गई है। अब यहां ये समझना जरूरी है कि नवाज शरीफ अपनी ही एक सीट पर चुनाव हार चुके हैं। उन्होंने दो सीटों से चुनाव लड़ा था, एक बार जीत तो दूसरे पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा है।