बलूचिस्तान में विद्रोहियों द्वारा बोलन में ट्रेन पर किए गए अटैक ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया। बलूच विद्रोहियों द्वारा इस हमले में मारे गए 26 बंधकों में से 18 सेना और अर्धसैनिक बल के कर्मी थे। इस हमले ने बलूचिस्तान में पाकिस्तान द्वारा स्थानीय लोगों पर लंबे समय से किए जा रहे जुल्मों को लेकर भी एक बार फिर से डिबेट शुरू कर दी।
लंबे समय से अपने पड़ोसी देशों में आतंकवाद और कट्टरपन को बढ़ावा दे रहे पाकिस्तान के सामने अब जब खुद की करनी आ रही है तो वह कुछ समझ नहीं पा रहा है। बलूचिस्तान में हुए इस अटैक के लिए पाकिस्तान ने खिसियाकर एक बार फिर भारत को जिम्मेदार ठहराया है, जिसका MEA ने स्पष्ट रूप से खंडन कर दिया है।
पाकिस्तान को इस हमले में अफगानिस्तान और भारतीय मीडिया का भी रोल दिखाई दे रहा है। शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में ISPR के DG लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने अपनी करतूतों को अनदेखा करते हुए कहा कि भारतीय मीडिया घटना को लेकर प्रोपेगेंडा फैला रही है। बलूचिस्तान में पाकिस्तान द्वारा लगातार किए जा रहे मानवाधिकार उल्लंघन की रिपोर्ट्स को उन्होंने नेक्सस करार देते हुए कहा कि यह विद्रोहियों और उनके नैरेटिव को वैधता प्रदान कर रहा है।
भारत और अफगानिस्तान दोनों पर फोड़ा ठीकरा
पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट द डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, बलूचिस्तान में हुई घटना में इंटेलिजेंस फेलियर को नकारते हुए अहमद शरीफ चौधरी ने कहा, “हमें समझना चाहिए कि बलूचिस्तान में हुई इस घटना में और पहले की घटनाओं में भी, मेन स्पॉन्सर आपका पूर्वी पड़ोसी था।” उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने इस और पहले की घटनाओं के लिए अफगान और विदेशी हथियारों का इस्तेमाल किया है।
बलूचिस्तान में लापता लोगों से जुड़े सवाल पर नहीं था कोई ठोस जवाब
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब बलूचिस्तान राज्य की कठपुतली सरकार से राज्य में आतंकवाद और लापता लोगों को लेकर सवाल किया गया तो वहां के मुख्यमंत्री इससे बचते नजर आए। उन्होंने कहा कि यह एक “जोखिमपूर्ण विषय” है जिस पर लंबे समय से बहस चल रही है। उन्होंने कहा कि यह इसलिए भी संकटपूर्ण है क्योंकि गिनती ही स्पष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि जबरन गायब किए जाने और खुद गायब होने में बहुत अंतर है। लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने इस सवाल के जवाब में कहा कि क्या दुनिया के अन्य मुल्कों में लोग गायब नहीं होते हैं। यहीं क्यों इसे मसला बनाया जाता है।
भारत ने पाकिस्तान के आरोपों पर क्या कहा?
भारत ने पाकिस्तान के आरोपों को आधारहीन करार दिया और कहा कि इस्लामाबाद को अपनी “विफलताओं” के लिए दूसरों पर दोष मढ़ने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। भारत ने यह भी कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि “वैश्विक आतंकवाद का केंद्र कहां है।”
MEA के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “हम पाकिस्तान द्वारा लगाए गए निराधार आरोपों को पुरजोर ढंग से खारिज करते हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘पूरी दुनिया जानती है कि वैश्विक आतंकवाद का केंद्र कहां है।” उन्होंने कहा, “पाकिस्तान को उंगली उठाने और अपनी आंतरिक समस्याओं और विफलताओं का दोष दूसरों पर मढ़ने के बजाय अपने अंदर झांकना चाहिए।”
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