नियंत्रण रेखा (एलओसी) के करीब पाकिस्तान द्वारा मार गिराए गए ड्रोन की कथित निर्माता चीनी कंपनी ने कहा है कि मानवरहित विमान किसी सरकार को नहीं बेचा गया। यह भारत के उस रूख का समर्थन करता है कि ड्रोन उसके सैन्य बल का नहीं था।
‘ग्लोबल टाइम्स’ के मुताबिक, पाकिस्तान द्वारा कथित भारतीय ‘जासूसी ड्रोन’ को मार गिराने की खबर के जवाब में चीनी ड्रोन निर्माता डीजेआई ने घोषणा की है कि सरकारें उसकी सीधी खरीदार नहीं है।
इससे पहले पाकिस्तान के लिए असहज स्थिति तब पैदा हुयी जब चीन की आधिकारिक मीडिया चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी संचालित पीपुल्स डेली आॅनलाइन ने खबर दी कि फैंटम 3 ड्रोन चीन निर्मित है और डीजेआई ने इसका निर्माण किया। यह भारत के रूख की पुष्टि करता है कि यह चीनी डिजाइन वाला ड्रोन है।
पाकिस्तानी सेना ने 15 जुलाई को एलओसी के पास ड्रोन को मार गिराने का दावा करते हुए कहा था कि यह भारत का था।
भारतीय ड्रोन को मार गिराने के पाकिस्तान के दावे को खारिज करने वाले विदेश सचिव एस जयशंकर ने यह भी कहा कि भारतीय रक्षा बलों के पास यह ड्रोन नहीं है।
पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायुक्त टीसीए राघवन को तलब कर इस पर अपना विरोध प्रकट किया था।
चीनी आधिकारिक मीडिया की पुष्टि से इस पर मुहर लग गयी है कि इस्लामाबाद और बीजिंग के बीच करीबी रणनीतिक संबंध हैं।
‘ग्लोबल टाइम्स’ की रिपोर्ट में डीजीआई के हवाले से यह भी कहा गया है कि उसकी बेबसाइट या किसी अन्य विक्रेता के जरिए उसके ड्रोन को खरीदने में कोई अड़चन नहीं है।
डीजेआई एक चीनी तकनीकी कंपनी है जिसकी स्थापना फ्रैंक वांग ने 2006 में की थी और इसका मुख्यालय गुआंगडोंग, शेनझेन में है।