पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था की हालत बेहद खस्ता हो गई है। पाकिस्तान का बजट घाटा तीन दशक के सर्वेच्च स्तर पर पहुंच गया है। स्थिति यह है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने देश की राजनीति के बाद यहां की अर्थव्यवस्था में दखल देना शुरू कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान के बिजनेसमैन ने पाकिस्तानी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ से बुधवार रात को मुलाकात की। रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि यह मुलाकात रावलपिंडी के आर्मी हाउस में हुई। यहां बिजनेसमैन ने जनरल बाजवा के साथ डिनर किया।
पाकिस्तान के बिजनेस लीडर्स का कहना है कि सरकार अर्थव्यवस्था को लेकर सिर्फ मौखिक आश्वासन दे रही है। उनकी शिकायत है कि सरकार की कथनी और करनी में कोई समानता नहीं दिख रही है। बिजनेसमैन का कहना कि इससे पहले उन्होंने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात कर अपनी समस्याओं को रखा था।
हालांकि, उस मुलाकात के बाद अभी भी इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। बिजनेसमैन का प्रतिनिधिमंडल एक बार फिर पीएम इमरान खान से मुलाकात करेगा। इंटर सर्विसेस पब्लिक रिलेशन (आईएसपीआर) की तरफ से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस बारे में जानकारी दी गई।
इसमें बताया गया कि चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ ने जनरल बाजवा ने आर्मी ऑडिटोरियम में लोगों को देश के आंतरिक सुरक्षा माहौल के बारे में अवगत कराया। इसमें बताया गया कि इससे देश में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ने में मदद मिलेगी। सैन्य प्रमुख ने कहा कि बिजनेस कम्यूनिटी के लिए सरकार की इकोनॉमिक टीम की उपलब्धता और उनका रिस्पॉन्स काफी महत्वपूर्ण है।
यह सार्वजनिक और निजी संस्थानों के मध्य समझ को दर्शाता है जो कि आर्थिक गतिविधियों के लिए सकारात्मक संकेत देता है। मीटिंग्स में बाजवा ने बिजनेस लीडर्स से देश की अर्थव्यवस्था में सुधार करने संबंधी उपायों के बारे में बातचीत की। उन्होंने पूछा कि अर्थव्यवस्था में मौजूदा समस्याओं को किस तरह से दूर किया जा सकता है।
