पाकिस्तान ने बुधवार (27 फरवरी) को दावा किया कि उसने अपने हवाई क्षेत्र में दो भारतीय सैन्य विमानों को मार गिराया और दो पायलटों को गिरफ्तार कर लिया। इस बीच दोनों परमाणु शक्तियों के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए उसने वायुक्षेत्र को नागरिक उड़ानों के लिये बंद कर दिया गया था। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने दावा किया कि भारतीय वायुसेना के दो पायलटों को गिरफ्तार किया गया है। एक पायलट घायल हुआ है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि दूसरे को कोई नुकसान नहीं हुआ है। प्रवक्ता ने गिरफ्तार पायलटों से मिली सामग्री और दस्तावेज भी दिखाये हैं।

पाकिस्तानी सेना की ओर से जारी 46 सेकंड के एक वीडियो में आंखों पर पट्टी बांधे एक व्यक्ति नजर आ रहा है और दावा किया गया है कि यह व्यक्ति भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन हैं। वीडियो में व्यक्ति यह कहता नजर आ रहा है, ‘‘मैं भारतीय वायुसेना का एक अधिकारी हूं। मेरा सर्विस नंबर 27981 है।’’ हालांकि वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की जा सकी है।

नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत के आतंक विरोधी अभियान की प्रतिकिया में पाकिस्तानी वायुसेना ने भारत में सैन्य प्रतिष्ठानों पर निशाना बनाया लेकिन उनकी कोशिशों को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया गया हालांकि इस कार्रवाई में एक भारतीय पायलट ‘‘लापता’’ है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के मुताबिक लापता भारतीय वायुसेना का पायलट उनकी हिरासत में है। मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम इसकी सत्यता जांच रहे हैं।’’ इस बीच पाकिस्तान ने इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में अपने हवाईअड्डों से वाणिज्यिक उड़ानों के संचालन के लिये वायुक्षेत्र को अनिश्चितकाल के लिये बंद कर दिया है।

एक अधिकारी ने डॉन न्यूज टीवी को बताया कि जब तक वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए इसे नहीं खोला जाता तब तक इनका इस्तेमाल ‘‘सैन्य उद्देश्य’’ के लिये किया जाएगा। इस्लामाबाद में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए जनरल गफूर ने कहा कि भारतीय वायुसेना का एक विमान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में गिरा, जबकि एक जम्मू कश्मीर में गिरा है।

उन्होंने कहा, ‘‘आज सुबह पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में मौजूद पीएएफ (पाकिस्तान वायुसेना) के लड़ाकू विमानों ने नियंत्रण रेखा के पार छह स्थानों को निशाना बनाया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पायलटों ने उन छह जगहों को घेर लिया और हमने खुली जगहों पर निशाना साधा।’’ उन्होंने कहा कि पीएएफ ने यह फैसला किया था कि वह सैन्य अड्डों को निशाना नहीं बनायेगी। उन्होंने कहा कि कुछ लक्ष्य भीमबर गली और नारन इलाके में थे, जहां कुछ ही दूरी पर रसद आपूर्ति डिपो था।

गफूर ने कहा, ‘‘पीएएफ के हमलों के बाद भारतीय वायुसेना के दो विमान पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में घुस आये और पीएएफ ने उन्हें निशाने पर लिया और भारतीय वायुसेना के दोनों विमानों को मार गिराया। एक विमान का मलबा पाकिस्तान में (पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्र में) गिरा जबकि दूसरे का भारत के अंदर गिरा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वास्तविक निशाना सैन्य चौकियां और प्रशासनिक केंद्र थे लेकिन हमने उन्हें निशाना नहीं बनाया।’’ प्रवक्ता ने दावा किया कि जनहानि नहीं हो, इसलिए पीएएफ ने अपने लक्ष्य में बदलाव किया।

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हकीकत में यह जवाबी कार्रवाई नहीं थी बल्कि ये कार्रवाई यह दिखाने के लिये की गयी थी कि हम भी जवाब दे सकते हैं। हम क्षेत्र को जंग में नहीं झोंकना चाहते हैं। हमलोग शांति चाहते हैं।’’ उन्होंने उन खबरों को भी खारिज किया कि पाकिस्तान ने एफ-16 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया और इनमें से एक विमान को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘पाकिस्तान जंग नहीं चाहता, हमारा संदेश शांति है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी इसमें भूमिका निभानी चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने आज जो भी किया वह आत्मरक्षा में किया। हम इसका जश्न नहीं मनाना चाहते हैं क्योंकि जंग से कुछ नहीं मिलता, सिर्फ और सिर्फ मानवता का नाश होता है।’’ उन्होंने कहा कि जंग नीति की नाकामी है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम हालात बिगाड़ना नहीं बल्कि शांति के रास्ते पर चलना चाहते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप शांति चाहते हैं तो हमसे बात करें। जंग से कोई समाधान नहीं हो सकता है। भारत को शांत दिमाग से इस पेशकश के बारे में सोचना चाहिए।’’