भारत की तरफ से राफेल फाइटर जेट को देश की वायुसेना में शामिल करने के बाद से पड़ोसी मुल्क में बेचैनी साफ तौर पर दिख रही है। पाकिस्तान की बेचैनी को इस बात से समझा जा सकता है कि अपने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर वह भारत के राफेल को लेकर गीदड़भभकी देने से नहीं चूका।
पाकिस्तान सेना के मीडिया विंग के प्रमुख ने कहा कि कहा कि भारत के 5 राफेल लड़ाकू जेट विमानों के खरीदने के बावजूद उनका देश किसी भी आक्रामकता के लिए “बिल्कुल तैयार” है। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि भारत 5 Rafale या 500 राफेल ले आए पाकिस्तान को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली के बढ़ते सैन्य खर्च और रक्षा बजट के बारे में पाकिस्तान चिंतित है।
मेजर जनरल ने इफ्तिखार कहा कि हम पूरी तरह से तैयार हैं और हमें अपनी क्षमता पर कोई संदेह नहीं है और हमने यह साबित कर दिया है कि यह (जेट) बहुत फर्क नहीं करने वाला है। इफ्तिखार ने कहा कि भारत का सैन्य खर्च दुनिया में सबसे ज्यादा है और यह हथियारों की दौड़ में भी शामिल है। उन्होंने पाकिस्तान की मौजूदा आंतरिक और बाह्य सुरक्षा से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर बात की।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार इफ्तिखार ने कहा कि जिस तरह से फ्रांस से भारत के लिए पांच राफेल की यात्रा को कवर किया गया था, वह उनकी असुरक्षा के स्तर को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भारत हमारे मुकाबले रक्षा खर्च और रक्षा बजट से क्षेत्र के पारंपरिक संतुलन को प्रभावित कर रहा है। इफ्तिखार ने कहा कि जब ऐसा होता है, तो चीजें दूसरे डोमेन में चली जाती हैं और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को भी इस पर ध्यान देना चाहिए।
इफ्तिखार ने कहा कि पाकिस्तान में, कई लोग कहते हैं कि रक्षा बजट बहुत अधिक है; अभी हम सेना, नौसेना और एयरफोर्स के बीच वितरित किए गए [बजट के 17 प्रतिशत] पर हैं। पिछले 10 वर्षों में, पाकिस्तान का रक्षा खर्च लगातार कम हो रहा है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इसने हमारी तैयारियों को प्रभावित किया है। इन संसाधनों के साथ भी, हम अपने दुश्मनों को लेने के लिए बिल्कुल तैयार हैं।