पाकिस्तान के प्रभावशाली सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ इस हफ्ते अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ अफगानिस्तान की स्थिति, तालिबान के साथ शांति वार्ता आगे बढ़ाने, भारत-पाकिस्तान संबंध जैसे अहम मुद्दों पर बातचीत करेंगे। जनरल राहील अमेरिका यात्रा के दौरान इस संकेत के बीच शीर्ष अमेरिकी रक्षा अधिकारियों से मुलाकात करेंगे कि अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान खुफिया एजंसी आइएसआइ के करीबी समझे जाने वाले अफगान तालिबान के साथ सुलह वार्ता बहाल करे। सबसे अहम यह है कि राहील खुद ही अमेरिका जा रहे हैं क्योंकि उन्हें न तो अपने अमेरिकी समकक्ष से और न ही पेंटागन से कोई आधिकारिक न्योता मिला है।

एक पाकिस्तानी अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान सुलह प्रक्रिया में भूमिका निभाने को तैयार है, लेकिन हाल के तालिबान हमलों के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने संबंधी अफगान सरकार के बयानों से माहौल बिगड़ा है। अधिकारी ने कहा कि अफगानिस्तान में शांति का मुद्दा वाशिंगटन में वार्ता का हिस्सा होगा और पाकिस्तान चाहेगा कि हमलों में शामिल आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन मिले और तालिबान पर वार्ता के लिए दबाव बनाया जाए। पाकिस्तान तालिबान के प्रमुख मुल्ला फजलुल्ला जैसे आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है। फजलुल्ला कथित रूप से अफगानिस्तान में छिपा है।

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पिछले महीने कहा था कि उनकी सरकार तालिबान के साथ वार्ता की व्यवस्था करने की कोशिश कर रही है, लेकिन अब तक कुछ ठोस सामने नहीं आया है। पहले अफगान सरकार और तालिबान के बीच वार्ता का पहला खुला दौर जुलाई में इस्लामाबाद के समीप मुरी में हुआ था, लेकिन दूसरे दौर की वार्ता तालिबान सुप्रीमो मुल्ला उमर की मौत की खबर आने के बाद रद्द हो गई थी। अधिकारियों के अनुसार हाल के महीने में सीमा पर भारत के साथ झड़प के बाद की सुरक्षा स्थिति के बारे में भी राहील अमेरिकी अधिकारियों को बताएंगे। वे उपराष्ट्रपति जो बाइडेन, विदेश मंत्री जॉन कैरी, रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर, चेयरमैन ऑफ ज्वायंट चीफ्स ऑफ स्टाफ जनरल जोसेफ डनफोर्ड, सेना प्रमुख जनरल मार्क मिली और सीआईए निदेशक जॉन ब्रेन्नान से भेंटवार्ता करेंगे।

समझा जाता है कि पाकिस्तान में नागरिक और सेना के बीच संबंधों पर भी चर्चा होगी, क्योंकि अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान में लोकतंत्र कायम रहे। यहां सैन्य तख्तापलट का इतिहास रहा है। राहील की यात्रा प्रधानमंत्री शरीफ की यात्रा के महीने भर के अंदर हो रही है।