उत्‍तर कोरिया के हाइड्रोजन बम बनाने का दावा करने के बाद दक्षिण कोरिया ने अमेरिका से बात की है। वह कोरियाई प्रायद्वीप में अमेरिकी रणनीतिक हथियारों की तैनाती चाहता है। इसी सिलसिले में बातचीत हुई है। दक्षिण कोरिया के एक सैन्‍य अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी हथियारों की तैनाती उस इलाके में की जाएगी जो उत्‍तर और दक्षिण कोरिया को बांटता है। अधिकारी ने इस बारे में ज्‍यादा जानकारी नहीं दी।

इससे पहले नॉर्थ कोरिया द्वारा पहली बार हाइड्रोजन बम का सफल परीक्षण किए जाने का दावा करने के अगले दिन, गुरुवार को अमेरिका ने अपना टोही विमान भेजा है। दक्षिणी जापान के अमेरिकी एयर बेस से कम से कम तीन विमानों को भेजा गया है। ये विमान खुफिया जानकारी जुटाते हैं। माना जा रहा है कि इनके जरिए अमेरिका उत्‍तर कोरिया के दावों की सच्‍चाई जांचने वाली सूचनाएं इकट्ठा करवाएगा।

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अमेरिका बुधवार को ही उत्‍तर कोरिया के दावे पर शक जता चुका है। उसने कहा था कि वह दावे की सच्‍चाई जानने के लिए सबूत जुटाएगा। उधर, उत्‍तर कोरिया की घोषणा पर दक्षिण कोरिया ने पहला बड़ा एक्‍शन लिया है। इसके तहत नॉर्थ कोरिया में स्थित एक इंडस्ट्रियल पार्क में प्रवेश पर कुछ पाबंदियां आयद की गई हैं। यह पार्क दोनों कोरिया मिल कर चलाते हैं।

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इस बीच, संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद ने कहा है कि वह जल्‍दी ही एक प्रस्‍ताव लाकर उत्‍तर कोरिया के खिलाफ दंडात्‍मक कार्रवाई करेगा। परिषद ने एक बैठक कर उत्‍तर कोरिया के कदम को सुरक्षा परिषद के प्रस्‍ताव का उल्‍लंघन बताया।

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